इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम की डील से सस्पेंस हट गया है. इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के दफ्तर ने अपने ताजा बयान में ऐलान किया है कि बंधकों की रिहाई पर सहमति बन गई है. शुक्रवार को नेतन्याहू का सुरक्षा मंत्रिमंडल सौदे को हरी झंडी देने जा रहा है.
इजरायली पीएमओ के मुताबिक, “बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर सहमति बन गई है. डील को लेकर बातचीत करने वाली टीम ने पीएम नेतन्याहू को इसकी जानकारी दे दी है.”
बेंजामिन नेतन्याहू ने भी कहा है कि “समझौते को मंजूरी देने के लिए शुक्रवार को सुरक्षा मंत्रिमंडल की बैठक बुलाएंगे और फिर सरकार इस समझौते को मंजूरी देगी.”
बंधकों के परिवार की धड़कनें बढ़ीं, समझौते पर हां या न
पिछले 24 घंटे में बंधकों की डील को लेकर बड़ी ही तेजी से घटनाक्रम बदला है. कतर और डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया कि इजरायल और हमास के बीच समझौता हो गया. नेतन्याहू ने ट्रंप और बाइडेन को ‘थैंक्यू’ कहा, तो लगा कि डील फाइनल हो गई, लेकिन डील पर मुहर लगाने के लिए होने वाली इजरायली मंत्रिमंडल की बैठक टाली गई तो समझौता डील फिर खटाई में पड़ गई.
17 जनवरी यानी शुक्रवार को नेतन्याहू के ऑफिस ने एक्स पोस्ट पर लिखा तो बंधकों के परिवार की उम्मीदें बढ़ गई हैं और माना जा रहा है कि शुक्रवार को डील को हरी झंडी दे दी जाएगी. नेतन्याहू के ऑफिस ने लिखा, “बंधकों की रिहाई के लिए समझौते पर सहमति बन गई है. डील को लेकर बातचीत करने वाली टीम ने पीएम नेतन्याहू को इसकी जानकारी दे दी है.”
पीएम नेतन्याहू के दफ्तर ने और क्या कहा
इजरायली पीएम ऑफिस के मुताबिक, “प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने बातचीत करने वाली टीम और सहायता करने वाले सभी लोगों की सराहना की. बंधकों और लापता लोगों की रिहाई को लेकर पीएम ऑफिस अथॉरिटी ने उनके परिवारों को जानकारी दे दी है. प्रधानमंत्री ने बंधकों के इजरायल पहुंचने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिया है.”
पीएम नेतन्याहू ने कहा- “हम बंधकों और लापता लोगों की रिहाई को लेकर प्रतिबद्ध हैं. डील को मंजूरी देने के लिए आज सरकार की बैठक होगी. इससे पहले सुरक्षा कैबिनेट की भी बैठक होगी.”
नेतन्याहू पर डोनाल्ड ट्रंप ने डाला दबाव
इजरायल और हमास के बीच सीजफायर समझौते की घोषणा बुधवार को ही हो गई थी. इजरायल और हमास दोनों ने इस पर अपनी सहमति भी जता दी थी.
19 जनवरी से इसके लागू होने की भी खबर आ गई थी लेकिन फिर इजरायल ने हमास पर कुछ शर्तों से पीछे हटने का आरोप लगाते हुए डील पर होने वाली बड़ी बैठक टाल दी थी. लेकिन अब 17 जनवरी को नेतन्याहू के दफ्तर ने डील को लेकर होने वाली बैठक की घोषणा और बंधकों की सुरक्षित रिहाई को सुनिश्चित करने की बात कही है.
दरअसल व्हाइट हाउस में बिना गए हुए ही ट्रंप इस बातचीत में अहम भूमिका निभा रहे हैं. ट्रंप ने अपने गोल्फ पार्टनर स्टीव विटकॉफ को मिडिल ईस्ट के लिए रवाना होने और जल्द से जल्द समझौता कराने के लिए चुना था, जिनके पास कोई पूर्व राजनयिक अनुभव नहीं था. विटकॉफ की मौजूदगी में दोहा में बैठक हुई थी.
विटकॉफ ने इजरायली अधिकारियों (मोसाद और शिन बेट चीफ) को सख्ती से बताया कि ट्रंप चाहते हैं कि उनके शपथ ग्रहण से पहले समझौता पूरा हो जाए. बातचीत के बाद नेतन्याहू के बयान से पहले ही डोनाल्ड ट्रंप ने समझौते को एपिक बताया और कहा कि यह केवल ‘नवंबर में उनकी ऐतिहासिक जीत’ के कारण ही संभव हो सका.
व्हाइट हाउस में आए बिना ही बहुत कुछ हासिल किया- डोनाल्ड ट्रंप
ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि वो इस बात से ‘खुश’ हैं कि इजरायली और अमेरिकी बंधक अपने परिवारों से फिर से मिल पाएंगे.
डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, “हमने व्हाइट हाउस में आए बिना ही बहुत कुछ हासिल कर लिया है. कल्पना कीजिए, जब मैं व्हाइट हाउस लौटूंगा और मेरा प्रशासन पूरी तरह से काम करने लगेगा तो क्या-क्या अद्भुत चीजें होंगी.”
ट्रंप ने अपनी पोस्ट में ये भी ऐलान किया कि “विटकॉफ इस समझौते को कार्यान्वित करने के लिए नेशनल सिक्योरिटी टीम के साथ काम करेंगे.”