भारतीय सेना की राजपूत रेजिमेंट की एक यूनिट से ऑडिट के नाम पर घूस लेने के आरोप में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने डिफेंस डिपार्टमेंट के दो ऑडिटर्स को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. यूनिट (बटालियन) के संपत्ति के ऑडिट में मिली गड़बड़ी को ठीक करने के एवज में ये रिश्वत मांगी जा रही थी.
जानकारी के मुताबिक, फिरोजपुर स्थित राजपूत रेजिमेंट की 17वीं बटालियन (17 राजपूत) ने पंजाब की विजिलेंस ब्यूरो से कंट्रोलर जनरल ऑफ डिफेंस अकाउंट्स (सीजीडीए) के दो ऑडिटर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. ये शिकायत 17 राजपूत (यूनिट) के एक जेसीओ ने रजिस्टर कराई थी. शिकायत के मुताबिक, यूनिट की चल-अचल संपत्ति की ऑडिट में पिछले दो सालों में कुछ गड़बड़ी पाई गई थी.
यूनिट की इस गड़बड़ी को ठीक करने के लिए ही सीजीडीए के दोनों ऑडिटर्स ने यूनिट से डेढ़ लाख रिश्वत की मांग की थी. शिकायत पर विजिलेंस ब्यूरो ने जेसीओ के फोन से ही अपने ऑफिस में बैठकर ऑडिटर्स की बातचीत को रिकॉर्ड किया. बातचीत में सौदा 1.30 लाख में तय हुआ. बातचीत के आधार पर विजिलेंस ब्यूरो ने दोनों ऑडिटर्स को रंगे-हाथ धर-दबोचा.
भारतीय सेना की रेजिमेंट्स और यूनिट में अपनी फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) से लेकर युद्ध के दौरान जीती गई बेशकीमती वार-ट्रॉफी होती हैं. ऐसे में हर साल उनका ऑडिट होता है ताकि उसमें कोई वित्तीय अनियमितता या फिर कोई गड़बड़ न हो पाएं. इसके लिए रक्षा मंत्रालय के अधीन सीजीडीए के अधिकारी ऑडिट करते हैं.