बांग्लादेश में अराजकता के पीछे गुस्साए छात्र और कट्टरपंथियों के साथ-साथ विदेशी ताकतों के हाथ होने के सबूत भी सामने आने लगे हैं. टीएफए को मिली एक्सक्लुजिव जानकारी के मुताबिक, (पूर्व) प्रधानमंत्री शेख हसीना की सत्तारूढ़ अवामी लीग की मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी यानी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के सोशल मीडिया अकाउंट्स को अमेरिका और मलेशिया जैसे देशों से ऑपरेट करने के साथ-साथ ‘एम्प्लीफाई’ किया जा रहा था.
गौरतलब है कि दो महीने पहले ही शेख हसीना ने एक इंटरव्यू में एक ‘व्हाइटमैन’ पर उनकी सरकार को धमकी देने का आरोप लगाया था. शेख हसीना का आरोप था कि वो व्हाइट मैन उनसे बांग्लादेश में एक विदेशी एयरबेस बनाने की मांग कर रहा था और बदले में चुनाव के दौरान उनकी सरकार बनाने में मदद की पेशकश की थी.
शेख हसीना ने हालांकि, उस संदिग्ध व्हाइटमैन का खुलासा नहीं किया था कि वो कौन था और किस देश से ताल्लुक रखता था. लेकिन अब ये बात पुख्ता लगभग पुख्ता होती जा रही है कि वो देश अमेरिका ही था.
क्योंकि वर्ष 2001 में भी अमेरिका ने बंगाल की खाड़ी में बांग्लादेश के एक आईलैंड लेने की इच्छा जताई थी. लेकिन उस वक्त भी शेख हसीना ने अमेरिका को ठेंगा दिखा दिया था. शेख हसीन का आरोप था कि वो देश, बांग्लादेश के कुछ हिस्सों को म्यांमार के कुछ इलाकों के साथ मिलाकर ईस्ट तिमोर की तर्ज पर एक नया क्रिस्चियन (ईसाई) देश बनाने की फिराक में है.
टीएफए ने बीएनपी के सोशल मीडिया अकाउंट्स का विश्लेषण किया तो पाया कि इन्हें बांग्लादेश के साथ-साथ अमेरिका से ऑपरेट किया जा रहा है. यानी इन अकाउंट्स के एडमिन अमेरिका जैसे देश में बैठे हुए हैं. बीएनपी की छात्र-विंग और मीडिया सेल के अकाउंट्स तक के एडमिन अमेरिका और मलेशिया जैसे देशों में बैठे हुए हैं.
एनिलिसस में ये भी बात सामने आई कि पिछले कुछ हफ्तों की पोस्ट को अमेरिका से एम्प्लीफाई किया जा रहा था. ये पोस्ट बांग्लादेश में बीएनपी के छात्र-विंग के विरोध-प्रदर्शन से जुड़ी हुई थी. तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के विरोध में की गई पोस्ट को भी अमेरिका से एम्प्लीफाई यानी सोशल मीडिया पर बढ़ाया जा रहा था ताकि दुनियाभर में ये वायरल हो जाए.
जानकारी के मुताबिक, बीएनपी के मैन फेसबुक अकाउंट को बांग्लादेश के 62 एडमिन के साथ-साथ अमेरिका (02), इंग्लैंड (02), ऑस्ट्रेलिया, मलेशिया और यूएई जैसे देशों से संचालित किया जा रहा है.
वहीं शेख हसीना की अवामी लीग पार्टी के फेसबुक अकाउंट को देखते हैं तो उसके सभी 15 एडमिन बांग्लादेश से ऑपरेट करते हैं.
बांग्लादेश में हिंसा के जरिए किए गए तख्ता पलट (शेख हसीना के इस्तीफा देने) का अमेरिका ने स्वागत किया है. जबकि शेख हसीना लोकतांत्रिक प्रक्रिया के जरिए चुनाव जीतकर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री बनी थीं. हालांकि, मुख्य विपक्षी पार्टी बीएनपी ने इन चुनावों का बायकॉट किया था. क्योंकि पार्टी की मुखिया (और पूर्व प्रधानमंत्री) खालिदा जिया भ्रष्टाचार के आरोपों में जेल काट रही थी.
शेख हसीना के इस्तीफा देने और देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश आर्मी संचालित अंतरिम सरकार ने सबसे पहला निर्णय खालिदा जिया का जेल से रिहा करने का लिया है.
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