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बाइडेन का Impeachment तय, तीसरा विश्वयुद्ध भड़काने का आरोप

रूस के खिलाफ यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल की इजाजत देकर अपने ही घर में घिर गए हैं जो बाइडेन. नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो बाइ़डेन पर तीसरा विश्व युद्ध छेड़ने का आरोप लगा ही दिया है पर अब अमेरिका में बाइडेन के खिलाफ महाभियोग के विधेयक का खुलासा हुआ है. ये खुलासा संयुक्त राष्ट्र के पूर्व शीर्ष युद्ध अपराध अभियोजक डॉ. फ्रांसिस बॉयल ने किया है.

तीसरे विश्व युद्ध को रोकने के लिए बाइडेन के खिलाफ महाभियोग के विधेयक की बात सामने आने के बाद अमेरिका में कई तरह की चर्चाए हैं. हालांकि रिपब्लिकन की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.

जो बाइ़डेन पर तीसरा विश्व युद्ध भड़काने का आरोप
य़ूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल की इजाजत देने के बाद ट्रंप के करीबी नेता और अधिकारी भड़क गए हैं. क्योंकि ट्रंप हमेशा से युद्ध रोकने के पक्ष में रहे हैं. पर जनवरी को ट्रंप आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे, तबतक डर इस बात का है कि बाइडेन के एक फैसले से स्थिति बिगड़ ना जाए.

ट्रम्प कैबिनेट में राज्य सचिव के लिए नॉमिनेट और राष्ट्रीय खुफिया (डीएनआई)के पूर्व कार्यवाहक निदेशक रिचर्ड ग्रेनेले ने एक्स पर लिखा है, “किसी ने भी अनुमान नहीं लगाया था कि बाइडेन संक्रमण अवधि के दौरान यूक्रेन में युद्ध को बढ़ा देंगे. यह ऐसा है मानो वह एक बिल्कुल नया युद्ध शुरू कर रहा हो. अब सब कुछ बदल गया है, पिछली सभी गणनाएं निरर्थक है.” (https://x.com/RealAlexJones/status/1858994066358218931)

बाइडेन ने तीसरे युद्ध का मंच तैयार किया: रिपब्लिकन
रिपब्लिकन में धुर दक्षिणपंथी कांग्रेस सदस्य मार्जोरी टेलर ग्रीन और यूटा के सीनेटर माइक ली ने कहा, “जो बाइडेन ने अभी-अभी तीसरे विश्व युद्ध के लिए मंच तैयार किया है. आइए हम सब प्रार्थना करें कि नौबत यहां तक न आए.”

ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर भी बाइ़ेन के फैसले से भड़क गए हैं. डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि “ऐसा लगता है कि मिलिट्री इंडस्ट्रियल कॉम्प्लेक्स यह सुनिश्चित करना चाहता है कि मेरे पिता को शांति स्थापित करने और जीवन बचाने का मौका मिलने से पहले वे तीसरा विश्व युद्ध करवा दें.” (पुतिन ने बदली परमाणु नीति, तीसरे विश्वयुद्ध की घड़ी आई)

अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने किया बाइ़डेन का बचाव

व्हाइट हाउस के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा- “अमेरिकी लोगों ने जो बाइडेन को तीन साल और 10 महीने के कार्यकाल के लिए नहीं, बल्कि चार साल के कार्यकाल के लिए चुना है, और हम करेंगे.  अपने कार्यकाल के प्रत्येक दिन का उपयोग उन विदेश नीति हितों को आगे बढ़ाने के लिए करें जिनके बारे में हमारा मानना है कि ये अमेरिकी लोगों के हित में हैं”

बाइडेन के फैसले से नाखुश यूरोपीय संघ
बाइडेन के लंबी दूरी के इस्तेमाल के इजाजत से यूरोपीय संघ भी खुश नही हैं. यूरोपीय संघ के विदेश मंत्रियों ने यूक्रेन पर चर्चा की है. जिसमें हथियार प्रतिबंध हटाने के बाइडेन के फैसले पर आम सहमति नहीं बनी पाई है.

जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने सोमवार को यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें न देने के अपने फैसले को दोहराया. वहीं हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज्जार्टो ने यूक्रेन को अमेरिका से मिली लंबी दूरी की मिसाइलों के उपयोग के लिए व्हाइट हाउस की मंजूरी को एक बेहद खतरनाक कदम बताया है.

यूरोपीय संघ के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के उच्च प्रतिनिधि जोसेफ बोरेल ने कहा है कि “यूक्रेन को रूसी क्षेत्र में 300 किलोमीटर तक अंदर तक हमला करने की अमेरिकी अनुमति मिल गई है. अमेरिकी फैसले पर, यूरोपीय संघ के देशों में आम सहमति नहीं बन सकी है. प्रत्येक देश अपना निर्णय स्वयं लेता है. (रूस-यूक्रेन युद्ध के 1000 दिन: मौत तबाही और पलायन)

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