अरबपति एलन मस्क के भारत पहुंचने से पहले अमेरिका ने यूएन सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है. अमेरिकी विदेश विभाग के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र को ’21वीं सदी का प्रतिबिंब होना चाहिए’.
रविवार को अमेरिकी अरबपति एलन मस्क दो दिवसीय (21-22 अप्रैल) को भारत के अहम दौरे पर आ रहे हैं. इस दौरान वे भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से खास मुलाकात करेंगे. वे अपनी इलेक्ट्रिक कार टेस्ला और प्राईवेट सैटेलाइट स्टारलिंक को लेकर भी बड़ी घोषणा इस यात्रा के दौरान कर सकते हैं. लेकिन भारत आने से पहले मस्क ने अपने एक्स अकाउंट पर ये कहकर सनसनी फैला दी थी कि यूनाइटेड नेशन्स सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में भारत को स्थायी सदस्यता ना देना पूरी तरह बेतुका बताया था.
टेस्ला, स्टारलिंक और एक्स के मालिक मस्क ने अपने अकाउंट पर लिखा था कि किसी ना किसी समय “यूएन की संस्थाओं में सुधार होने चाहिए. लेकिन दिक्कत ये है कि जिन देशों के पास ज्यादा ताकत है वे उसे छोड़ना नहीं चाहते. दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाले देश भारत का यूएनएससी का स्थायी सदस्य ना होना बेतुका लगता है. ठीक वैसे ही पूरे अफ्रीका (महाद्वीप) की भी एक स्थायी सीट होनी चाहिए.”
मस्क के इस कथन पर एक पत्रकार ने अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने सवाल पूछा था. विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने जवाब मे कहा कि “हम निश्चित रूप से सुरक्षा परिषद सहित संयुक्त राष्ट्र संस्था में सुधारों का समर्थन करते हैं, ताकि इसे 21वीं सदी की दुनिया, जिसमें हम रह रहे हैं, को प्रतिबिंबित किया जा सके. वे कदम क्या हैं, इसके बारे में बताने के लिए मेरे पास कोई विशेष जानकारी नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से, हम इसे स्वीकार करते हैं. सुधार की आवश्यकता है, लेकिन मैं इसे अभी यहीं छोड़ दूंगा.”
प्रधानमंत्री मोदी की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने चुनाव के लिए जो संकल्प-पत्र जारी किया है उसमें देश को विश्वगुरु बनाने के लिए यूएनएससी में स्थायी सीट को प्रमुख प्राथमिकता बताई है. प्रधानमंत्री मोदी के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर भी समय-समय पर यूएनएससी में भारत की दावेदारी की वकालत करते आए हैं. उन्होंने तो यहां तक कहा था कि जैसे जैसे साल गुजर रहे हैं दुनियाभर में ये भावना पैदा हो रही है कि भारत को वहां (यूएनएससी) में होना चाहिए. लेकिन कुछ चीजें खुद नहीं मिलती हैं, उन्हें लेना पड़ता है. (सुरक्षित भारत और विश्वबंधु मतलब मोदी की गारंटी: BJP संकल्प पत्र)