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ऑपरेशन सिंदूर के नाम युद्धकाल के वीरता पुरस्कार, बीएसएफ को मिले 16 मेडल

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या, देश की सशस्त्र सेनाओं की सुप्रीम कमांडर यानी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से ऑपरेशन सिंदूर के नायकों को वीरता मेडल की घोषणा की जाएगी. गृहमंत्रालय की जारी लिस्ट के मुताबिक ऑपरेशन सिंदूर के नायकों के नाम इस बार का अवॉर्ड रहेगा, जबकि 1000 से ज्यादा जवानों को अलग-अलग सम्मान से सम्मानित किया गया है.

ऑपरेशन सिंदूर को मिल सकता है वॉर टाइम गैलेंट्री अवॉर्ड

15 अगस्त की पूर्व संध्या (आज शाम) ऑपरेशन सिंदूर के लिए दिया जा सकता है वॉर टाइम गैलेंट्री अवॉर्ड, यानी युद्धकाल में दिए जाने वाले वीरता पुरस्कार (परमवीर चक्र, महावीर चक्र इत्यादि). वॉर टाइम गेलेंट्री अवॉर्ड सबसे बड़ा पुरस्कार है. इससे पहले गलवान के समय में दूसरा सबसे बड़ा मेडल, महावीर चक्र दिया गया था. वहीं कारगिल में आखिरी बार सबसे बड़ा परमवीर चक्र दिया गया था. कारगिल की जंग के बाद गलवान में वीरगति को प्राप्त हुए कर्नल संतोष बाबू को साल 2021 में एक महावीर चक्र से सम्मानित किया गया था.

ऑपरेशन सिंदूर के लिए बीएसएफ को 16 पदक

ऑपरेशन सिंदूर में अद्वितीय साहस दिखाने वाले बीएसएफ के 16 जवान को वीरता पदक से सम्मानित किया गया है. देश की सीमाओं की सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी अभियानों में अपनी जान की परवाह किए बिना कर्तव्य निभाने वाले जवानों के साहस को इस पुरस्कार के जरिए सैल्यूट किया जा रहा है. 

बीएसएफ की ओर से जारी बयान के मुताबिक, “बीएसएफ को वीरता के लिए 16 पदक मिले हैं. ऑपरेशन सिंदूर में बहादुर सीमा प्रहरियों द्वारा अदम्य साहस को उचित पुरस्कृत किया गया है. इसके अलावा बीएसएफ के अधिकारियों और कर्मियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक से 5 और सराहनीय सेवा के लिए 46 पदक दिए गए हैं.”

कौन-कौन से अवॉर्ड होते हैं, जो ऑपरेशन सिंदूर के नायकों को मिल सकते हैं

वॉरटाइम गैलेंट्री अवॉर्ड का सबसे बड़ा पुरस्कार होता है, जिसमें परम वीर चक्र, महावीर चक्र, वीर चक्र और सेना मेडल शामिल होते हैं. इस श्रेणी में नंबर एक पर है परमवीर चक्र. उसके बाद महावीर चक्र है. तीसरा सबसे बड़ा वॉरटाइम अवॉर्ड है वीर चक्र. माना जा रहा है कि पाकिस्तान के परास्त करने वाले पायलट्स और ऑपरेशन सिंदूर के बाद हिंदुस्तान का सिर पूरी दुनिया में ऊंचा उठाने वाले वॉर नायकों को दिया जाएगा. इनके अलावा पीस टाइम में सबसे बड़ा अवॉर्ड अशोक चक्र दिया जाता है. फिर कीर्ति और शौर्य चक्र से बहादुर सैनिकों को दिया जाता है. 

कारगिल युद्ध के बाद पहली बार होगा जब वॉरटाइम का गैलेंट्री अवॉर्ड दिया जा सकता है. इसके बाद आर्मी में सेना मेडल, एयरफोर्स के लिए वायुसेना मेडल, नेवी के लिए नौसेना मेडल और कोस्ट गार्ड के लिए तटरक्षक मेडल दिया जाता है.

इस बार 233 जवानों को युद्धकालीन गैलेंट्री अवॉर्ड और 1000 से अधिक जवानों को अलग-अलग सम्मान दिए गए हैं. दिए जाने वाले अवॉर्ड की घोषणा की गई है. गृहमंत्रालय की जारी लिस्ट के मुताबिक ऑपरेशन सिंदूर के नायकों के नाम इस बार का अवॉर्ड रहेगा, जबकि 1000 से ज्यादा जवानों को अलग-अलग सम्मान से सम्मानित किया गया है.

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