रूस-यूक्रेन के युद्ध में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का शांति प्रस्ताव अधर में लटकने के बाद यूक्रेन के साथ-साथ यूरोप की नजर हिंदुस्तान पर टिक गई है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नई दिल्ली के दौरे के बाद बार यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की है.
माना जा रहा है अगले साल की शुरुआत यानी जनवरी में जेलेंस्की नई दिल्ली का दौरा कर सकते हैं. तारीखों पर भारत-यूक्रेन की बीच बातचीत जारी है. पुतिन के बाद जेलेंस्की का भारत दौरा इसलिए अहम माना जा रहा है, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन से बातचीत के दौरान युद्ध रोकने और शांति पर जोर दिया था.
जल्द भारत आएंगे जेलेंस्की, तारीखों पर चल रही बात
पिछले साल ही यूक्रेनी राष्ट्रपति ने नई दिल्ली आने की इच्छा जताई थी.
बताया जा रहा है कि पुतिन के भारत आने से पहले ही नई दिल्ली और जेलेंस्की के ऑफिस संपर्क में थे. जेलेंस्की के भारत दौरे को लेकर उनके भरोसेमंद और चीफ ऑफ स्टाफ एंड्री येरमाक भारतीय अधिकारियों के संपर्क में थे. ये वही येरमाक हैं, जो अमेरिका के साथ बातचीत और शांति प्रस्ताव का भी अहम हिस्सा हैं. लेकिन भ्रष्टाचार के चलते हाल ही में येरमाक ने इस्तीफा दे दिया है.
सूत्रों के मुताबिक जेलेंस्की के नए अधिकारियों से बातचीत की जा रही है. जेलेंस्की का दौरान जनवरी पहले सप्ताह में हो सकता है.
भारत की संतुलित कूटनीति, रूस के बाद यूक्रेन भी जा चुके हैं पीएम मोदी
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के भारत दौरे को भारत की संतुलित कूटनीति के दौर पर देखा जा रहा है. रूस-यूक्रेन के युद्ध के बीच दुनिया दो खेमे में बंट गई है, कोई देश खुलकर यूक्रेन के पक्ष में खड़ा है, तो कोई देश पुतिन के युद्ध को सही ठहरा रहा है. ऐसे में साल 2024 में प्रधानमंत्री मोदी ही वो इकलौते राष्ट्राध्यक्ष थे, जिन्होंने यु्द्ध के बीच रूस और फिर यूक्रेन का दौरा किया था. पीएम मोदी ने पहले पुतिन से मुलाकात की थी और फिर जेलेंस्की के कंधे पर हाथ रखकर सांत्वना दी थी.
पिछले सप्ताह जब नई दिल्ली के दौरे पर पुतिन पहुंचे तो पीएम मोदी ने गहरी मित्रता का परिचय दिया. माना जा रहा है कि मोदी, जल्द नई दिल्ली में जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे और शांति लाने पर जोर देंगे.
यूक्रेन में भयंकर भ्रष्टाचार में फंसी है जेलेंस्की सरकार, अमेरिका भी बना रहा है शांति के लिए दबाव
बताया जा रहा है कि यूक्रेनी राष्ट्रपति के दौरे की बात ऐसे वक्त में चल रही है. जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ने 28 सूत्रीय शांति प्लान प्रस्तुत किया है. और दूसरी ओर यूक्रेन में जेलेंस्की की सरकार अभी एक बड़े भ्रष्टाचार घोटाले में फंसी हुई है और दबाव में है. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में ये साफ हो जाएगा की जेलेंस्की कब भारत आएंगे, या घरेलू राजनीति के चलते उनका नई दिल्ली का दौरा टल जाएगा.
आपको बता दें कि इतिहास में सिर्फ 03 बार ही यूक्रेन के राष्ट्रपति भारत आए हैं. साल 1992, साल 2002 और 2012 में.

