कैरेबियाई देश हैती में ‘बारबेक्यू गैंग’ से खौफ खाकर प्रधानमंत्री ने न केवल इस्तीफा दे दिया है बल्कि देश भी छोड़ दिया है. ये बारबेक्यू गैंग इतना खतरनाक है कि हैती में फैली हिंसा के बाद लोगों को आग में जलाकर खा रहा है.
हैती (हेटी) में तख्ता पलट के साथ हालात इतने बिगड़ गए हैं कि अमेरिका समेत कई देशों ने अपने नागरिकों को फौरन देश छोड़ने के निर्देश दे दिए हैं. हैती में गृहयुद्ध के हालात के बीच प्रधानमंत्री एरियल हेनरी ने अपना इस्तीफा दे दिया है. सशस्त्र गिरोह ने हैती की राजधानी पोर्ट-औ-प्रिंस पर कब्जा कर लिया है. हालांकि, बारबेक्यू गैंग के सरगना जिमी चेरीजीयर उर्फ ‘बारबेक्यू’ ने अभी तक देश की कमान नहीं संभाली है.
पीएम हेनरी ने क्षेत्रीय देशों की इमरजेंसी बैठक के बाद इस्तीफा दिया. सोमवार को क्षेत्रीय नेताओं ने जमैका में राजनीतिक परिवर्तन को लेकर मीटिंग की थी और इस मीटिंग के बाद ही देश में हो रही हिंसा और लूटपाट के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया.
हैती में पिछले कई दिनों से बारबेक्यू गैंग के सशस्त्र अपराधियों ने सरकार के खिलाफ विद्रोह कर रखा है. गिरोह प्रधानमंत्री एरियल हेनरी का इस्तीफा मांग रहा था. अगर हेनरी खुद इस्तीफा नहीं देते तो फिर सशस्त्र गिरोह ने सरकार गिराने का ऐलान कर दिया था. पिछले कुछ दिनों से हेनरी, केन्या चले गए थे. वहीं से हेनरी अमेरिका से सहयोग मांग रहे थे, लेकिन देश में सशस्त्र गिरोह की हिंसा तेज होती गई. बताया जा रहा है कि हिंसा के चलते हैनरी खुद अमेरिका में छिपे हुए हैं. हेनरी ने इस्तीफा तो दे दिया है पर नई सरकार के गठन होने तक कार्यवाहक पीएम बने रहेंगे
कुछ दिनों पहले विद्रोहियों ने कुछ जेल को तोड़ दिया था, जिसके बाद भारी संख्या में कैदी जेल से फरार हो गए. दो प्रमुख जेल को तोड़कर कैदी फरार हो गए. हजारों सशस्त्र कैदियों ने हैती पर कब्जा जमा लिया और प्रधानमंत्री हेनरी के इस्तीफे की मांग करने लगे. हैती के राष्ट्रपति भवन समेत कई सरकारी इमारतों को कैदियों ने निशाना बनाया है. सड़कों पर खुलेआम अंधाधुंध गोलियां चल रही है, गिरोह दुकानों और घरों में तोड़फोड़ कर रहे हैं, जिसके बाद हैती में आपातकाल लगा दिया गया है. सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिसमें बारबेक्यू गैंग के सदस्य सड़क पर जल रहे लोगों का मांस खा रहे हैं. दरअसल गैंग का सरगना लोगों को आग में भूनकर खाता है, जिसके कारण उसका नाम ‘बारबेक्यू’ पड़ गया है और उसके गैंग को ‘बारबेक्यू गैंग’ नाम दिया गया है.
हैती एक बेहद ही गरीब देश है जिसकी अपने कोई सेना नहीं है. लचर पुलिस व्यवस्था के कारण यहां जबरस्त भ्रष्ट्राचर है. आजादी के बाद से हैती में 30 से ज्यादा बार तख्ता पलट हो चुका है और राष्ट्राध्यक्षों की हत्या के मामले भी सामने आ चुके हैं.
हालात बिगड़ने पर पीएम देश छोड़कर भाग गए और संयुक्त राष्ट्र समर्थित सुरक्षाबलों के हस्तक्षेप के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गुहार लगा रहे हैं, वहीं हिंसा देखते हुए अमेरिका ने अपने दूतावास से कई कर्मचारियों को वापस बुला लिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) ने हिंसा पर काबू पाने के लिए एंटी-टेरेरिस्ट मरीन फोर्स को हैती भेजा है.
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