पाकिस्तान के अंदर मारे जा रहे भारत के मोस्टवांटेड आतंकियों की मौत से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी में हड़कंप मचा हुआ है. आतंकियों के पक्ष में खुलकर सामने तो आ नहीं सकते इसलिए अलग अलग तरह से प्रोपेगेंडा कर रही है आईएसआई. पर पाकिस्तान खुद को पीड़ित दिखाने के चक्कर में है, पर अब तो अमेरिका ने भी पाकिस्तान को जोर का झटका दे दिया है. पाकिस्तान में हो रही मौतों पर पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एक साथ आने की गुहार लगाई थी. पर अमेरिका ने अपने ताजा बयान में पाकिस्तान से पल्ला झाड़ लिया है.
हम नहीं देंगे दखल: अमेरिका
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर की प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान में हो रही टारगेट किलिंग को लेकर सवाल पूछे गए. पाकिस्तान के आरोपों पर पत्रकारों ने अमेरिका का पक्ष जानना चाहा. अमेरिकी प्रवक्ता मैथ्यू मिलर से जवाब देते हुए सीधे-सीधे कहा, “हम बीच में नहीं पड़ रहे हैं. हम इस मुद्दे को सोचने समझने की कोशिश कर रहे. अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट का अध्ययन कर रहा है. हम उन आरोपों को कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते है.”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान ‘घर में घुसकर मारेंगे’ वाले बयान पर भी मैथ्यू मिलर ने प्रतिक्रिया दी. मैथ्यू मिलर ने कहा, “हम दोनों पक्षों (भारत-पाकिस्तान) को तनाव से बचने और बातचीत के माध्यम से समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.” मैथ्यू मिलर की ये टिप्पणी ब्रिटिश अखबार के आर्टिकल के बाद आई है, जिसमें पाकिस्तान के हवाले पर भारतीय खुफिया एजेंसी पर गंभीर आरोप लगाए गए थे.
पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे: राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की आतंकवाद को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया है. राजनाथ सिंह ने अपने एक हालिया बयान में कहा कि “भारत आतंकियों को किसी भी हालत में नहीं छोड़ेगा. हम उनके घर में घुसकर मारेंगे. भारत का इतिहास है कि हमने किसी भी देश पर हमला नहीं किया है और न ही कब्जा किया है. लेकिन अगर कोई देश भारत की शांति को भंग करने की कोशिश करेगा तो उसे छोड़ेंगे नहीं, जाकर मारेंगे.” (Terrorism: पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे !)
टारगेट किलिंग भारत की नीति नहीं: एस जयशंकर
विदेशी धरती पर जाकर आतंकियों-दुश्मनों का खात्मा करना भारत की नीति नहीं है. एस जयशंकर और विदेश मंत्रालय अपने बयान पर कायम है. विदेश मंत्रालय ने ब्रिटिश अखबार की रिपोर्ट को पहले ही दिन बेबुनियाद बताया है. भारत ने रिपोर्ट को पूरी तरह खारिज कर दिया और इसे झूठा और दुर्भावनापूर्ण प्रचार बताया है. रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि भारतीय खुफिया एजेंसियों ने विदेशी धरती पर देश के दुश्मनों को निशाना बनाया. 2019 में हुए पुलवामा हमले के बाद से अब तक 20 ऐसी घटनाएं हो चुकी है, जिनमें अज्ञात हमलावरों ने भारत के दुश्मनों को विदेशी धरती पर निशाना बनाया.