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हिजबुल्लाह के Pager का ताइवान कनेक्शन, नेतन्याहू के चेहरे पर कुटिल मुस्कान

लेबनान में इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के ऑपरेशन पेजर की चर्चा हर किसी की जुबान पर है. मोसाद ने लेकिन इस ऑपरेशन को कैसे अंजाम दिया, कैसे ताइवान से आए हजारों पेजर में विस्फोटक लगाए गए, कैसे साइबर अटैक के जरिए हिजबुल्लाह पर प्रहार किया गया ? क्या मोसाद ने ताइवान की कंपनी से कोई डील की थी?

एक खुफिया ऑपरेशन के तहत मोसाद ने हिजबुल्लाह आतंकियों के इस्तेमाल किए जाने वाले पेजर में विस्फोटक कर दिए थे. मंगलवार को एक दो नहीं बल्कि हजारों पेजर्स में एक मैसेज और बीप के बाद धमाके शुरु हो गए जिसमें नौ (09) आतंकियों की मौत हुई और करीब 3000 लोग जख्मी हुए हैं. मोसाद के ऑपरेशन से आतंकी संगठन हिजबुल्लाह को बड़ा झटका लगा है. 

आतंकियों का काल बना ताइवान वाला पेजर
हिजबुल्लाह ने ताइवान की गोल्ड अपोलो नाम की कंपनी को लगभग 3000 पेजर का ऑर्डर दिया था. जिनकी कीमत तकरीबन 200 डॉलर्स थी. इन पेजर्स को फरवरी से मई के बीच लेबनान में अलग-अलग इलाकों में भेजा गया था. जो पेजर्स लेबनान भेजे गए थे ताइवान की कंपनी के एपी-924 मॉडल के थे. लेकिन इन पेजर के लेबनान पहुंचने से पहले ही छेड़छाड़ कर दी गई.

बताया जा रहा है कि जिन पेजर्स को लेबनान भेजा गया, हर एक पेजर पर एक से दो औंस विस्फोटक बैटरी के बगल लगा दिया गया था. एक्सपर्ट मानते हैं कि मोसाद ने सीक्रेट ऑपरेशन के तहत विस्फोटक एक छोटे से बोर्ड पर लगाया था, जिसे किसी भी स्कैनर या डिवाइस से पकड़ा नहीं जा सका. (इजरायल का हिजबुल्लाह पर Pager Attack, हजार से ज्यादा आतंकी घायल)

‘एरर’ का मैसेज, गरम होने लगे पेजर, हुआ सीरियल ब्लास्ट
लेबनान में मंगलवार दोपहर 3.00 बजे इन पेजर्स पर एक बीप के साथ मैसेज आया. मैसेज में एरर लिखा हुआ था. इस मैसेज के बाद पेजर वाइब्रेट होने लगे और अचानक से गरम होने लगे. माना जा रहा है कि मोसाद ने पेजर में लगे विस्फोटक को एक्टिवेट कर दिया. देखते ही देखते पेजर्स में धमाके होने शुरू हो गए और ये सिलसिला घंटे भर तक चलता रहा. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1836066243553443930?s=46)

बड़ी तादाद में आतंकी घायल हुए क्योंकि इजरायल और अमेरिका से बचने के लिए आतंकी मोबाइल का इस्तेमाल ना करते हुए पेजर्स ही इस्तेमाल करते हैं. एक्सपर्ट्स बताते हैं कि मोसाद ने पेजर्स में पीईटीएन विस्फोटक लगाया हुआ था. पेजर की बैटरी का तापमान बढ़ाते हुए ये धमाके किए गए.

इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने हिजबुल्लाह के आतंकियों के पेजर्स में ब्लास्ट को ‘बिलो द बेल्ट’ ऑपरेशन का नाम दिया था.

हिजबुल्लाह ने पेजर्स धमाकों पर क्या कहा ?

हिजबुल्लाह ने घटना से सबक लेते हुए सबसे पहले तो सभी लड़ाकों को पेजर से दूर रहने का आदेश दिया गया है. साथ ही सीधे तौर पर इजरायल को धमाकों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है. (https://x.com/finalassault23/status/1836068250674700692?s=46)

दरअसल, ताइवान से जब पेजर्स का शिपमेंट लेबनान पहुंचा तो तकरीबन तीन महीने तक पेजर को होल्ड रखा गया था. हिजबुल्लाह को शक है कि इन तीन महीनों में ही मोसाद के एजेंट्स ने ऑर्डर किए गए पेजर्स में छेड़छाड़ की और उनमें विस्फोटक लगा दिया, हिजबुल्लाह ने कसम खाई है कि इजरायल से तगड़ा बदला लिया जाएगा.

मोसाद पहले भी कर चुका है ऐसा हमला
इतिहास में जाएं तो पेजर अटैक कोई पहला मामला नहीं है. मोसाद पहले भी ऐसे हमले को अंजाम दे चुका है. इजरायल ने साल 1996 में हमास नेता याह्या अयाश की हत्या भी कुछ ऐसे तरीके से ही की थी.

मोसाद ने याह्या अयाश के फोन में 15 ग्राम आरडीएक्स विस्फोटक प्लांट किया था. जैसे ही याह्या अयाश ने फोन किया, जोरदार धमाका हुआ और उसकी मौत हो गई थी. कुछ ऐसी ही थ्योरी हाल ही में ईरान में हमास चीफ हानिया की हत्या के पीछे भी आई थी.

बेंजामिन नेतन्याहू का सीटी बजाते वीडियो वायरल

पेजर अटैक में हिजबुल्लाह को हुए भारी नुकसान के बाद इजरायली पीएम नेतन्याहू का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में नेतन्याहू कार में बैठकर सीटी बजाते हुए दिख रहे हैं. हालांकि ये वीडियो कब का है इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है. पर सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा है कि हिजबुल्लाह पर हुए सीक्रेट ऑपरेशन के बाद इशारे ही इशारे में नेतन्याहू ने सीटी बजाकर खुशी जाहिर की है. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1836236056913432952?s=46)

पेजर अटैक में मोसाद का नाम आने पर इजरायल ने चुप्पी साध रखी है, ना तो स्वीकार किया है और ना ही आरोपों का खंडन किया है.

ताइवान की कंपनी की सफाई, बताया यूरोप कनेक्शन

लेबनान के पेजर धमाके में ताइवान की ‘गोल्ड अपोलो’ कंपनी का नाम सामने आ रहा है. अब कंपनी के फाउंडर ह्सू चिंग-कुआंग ने सफाई देते हुए कहा है कि विस्फोट में इस्तेमाल किए गए पेजर ताइवान से नहीं यूरोप की एक कंपनी ने बनाए थे, क्योंकि उस कंपनी के पास ताइवानी कंपनी के ब्रांड का नाम इस्तेमाल करने का अधिकार है.  

कंपनी के फाउंडर ने बताया कि “पेजर बनाने का सब-कॉन्ट्रैक्ट यूरोप की कंपनी को दिया गया है और पेजर के कंपोनेंट थर्ड पार्टी से कराए गए हैं.” कंपनी के फाउंडर ने कहा “हम एक जिम्मेदार कंपनी हैं. जो हुआ वो बेहद शर्म की बात है. इस हमले में कंपनी भी पीड़ित है.”

अपडेट

बुधवार दोपहर एक बार फिर लेबनान एक के बाद एक धमाकों से दहल उठा. इस बार ब्लास्ट पेजर में न होकर आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले वॉकी-टॉकी, टू-व्हीलर और गाडियों में हुए. रिपोर्ट्स की मानें तो हिजबुल्लाह आतंकी जितने भी इलेक्ट्रोनिक डिवाइस इस्तेमाल करते हैं उन सभी को इजरायली खुफिया एजेंसी ने हैक कर विस्फोट कर दिया है. बुधवार को हुए धमाकों में 100 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है (कुछ लोगों के मरने की भी खबर है).

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