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भारत युद्धविराम का पक्षधर लेकिन इजरायली बंधक होने चाहिए रिहा

मिडिल-ईस्ट में जारी घमासान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ तौर से फिलिस्तीन को कहा है कि भारत युद्धविराम का पक्षधर है लेकिन इजरायल के बंधकों को जल्द से जल्द रिहा किया जाए. पीएम मोदी ने भारत का स्पष्ट रूख फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात के दौरान किया.

न्यूयॉर्क में समिट ऑफ द फ्यूचर से इतर, पीएम मोदी ने महमूद अब्बास से मुलाकात की और गाजा में जारी संकट पर चिंता जताई. मोदी ने इजरायल, गाजा और लेबनान में लगातार बिगड़ते सुरक्षा हालात पर अफसोस जताते हुए फिलिस्तीन को पूरी तरह समर्थन करने का संकल्प जरूर दोहराया. प्रधानमंत्री ने फिलिस्तीन को मानवीय सहायता जारी रखने का भी भरोसा दिया.

गौरतलब है कि पीएम मोदी की इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से दोस्ती दुनिया से छिपी नहीं है. बावजूद इसके, भारत ने इजरायल-हमास जंग में जल्द से जल्द युद्धविराम करने का आह्वान किया है. (अल-जज़ीरा को समेटना होगा बोरिया-बिस्तर, IDF की चेतावनी)

न्यूयॉर्क में महमूद अब्बास से मुलाकात के दौरान एक बार फिर पीएम मोदी ने बातचीत और डिप्लोमेसी के जरिए विवाद सुलझाने और सीजफायर सहित इजरायली बंधकों को छोड़ने पर जोर दिया. मोदी ने कहा कि टू-स्टेट समाधान से ही क्षेत्र में शांति आ सकती है.

उधर, इजरायल ने लेबनान में आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के खिलाफ हमले जारी रखे हैं. इजरायल का आरोप है कि हिजबुल्लाह लगातार रिहायशी इलाकों को रॉकेट के जरिए निशाना बना रहा है, ऐसे में जवाबी कार्रवाई बेहद जरुरी है. रविवार को इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने हिजबुल्लाह के 181 ठिकानों को टारगेट किया था.

नेतन्याहू ने सोमवार को संदेश जारी कर कहा कि इजरायल की दुश्मनी लेबनान से नहीं है. लेकिन लेबनान ने हिजबुल्लाह को शरण दे रखी है. साथ ही हिजबुल्लाह ने अपने ठिकाने और लॉन्च पैड रिहायशी इलाकों में बना रखे हैं, ऐसे में काउंटर-अटैक किए जा रहे हैं.

लेबनान में इजरायली खुफिया एजेंसी, मोसाद के पेजर अटैक के बाद से हिजबुल्लाह में हड़कंप मचा हुआ है. ईरान की मदद से हिजबुल्लाह फिर से इजरायली के उत्तरी इलाकों में रॉकेट से हमला कर रहा है. हालांकि, उसे मुंह की भी खानी पड़ रही है. सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें हिजबुल्लाह द्वारा फायर किए गए रॉकेट वापस लेबनान में आकर गिर रहे हैं. साफ है कि आईडीएफ की एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम और इलेक्ट्रोनिक जैमिंग के चलते ऐसा संभव है. (इजरायल का हिजबुल्लाह पर Pager Attack, हजार से ज्यादा आतंकी घायल)