पाकिस्तान में प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनियों की तैनाती से पहले चीन की कंस्ट्रक्शन कंपनी को दी गई है धमकी. काश्मोर-कांधकोट सिंधु हाईवे के निर्माण में लगी चीनी कंपनी से रंगदारी मांगी गई है.
चीन की कंपनी चाइना सिविल इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन ने धमकी मिलने के बाद पाकिस्तानी प्रशासन से शिकायत की है. जिसके बाद पुलिस महकमे से लेकर सरकार तक में हड़कंप मच गया है. क्योंकि पाकिस्तान में कई बार चीनी नागरिकों को निशाना बनाया जा चुका है.
डाकू के नाम से चीनी कंपनी को धमकाया गया
चीनी इंजीनियर्स और नागरिकों की सुरक्षा को लेकर पाकिस्तान पहले से कटघरे में हैं और अब चीनी कंपनी को धमकी दिए जाने के बाद सुरक्षा संबंधी गंभीर चिंताए पैदा हो गई हैं. हाईवे के निर्माण में लगी चाइना सिविल इंजीनियरिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन को रंगदारी के लिए धमकाया गया है. धमकी चिट के जरिए दी गई है. रंगदारी डाकू बुधल के नाम से मांगी गई है जो कि पाकिस्तान का एक कुख्यात डाकू है.
चीनी कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर से 50 लाख रु, एक बाइक और दो मोबाइल की मांग की गई है. मांगें पूरी ना होने पर कर्मचारियों को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी गई है. फौरन चीनी कंपनी ने पाकिस्तान पुलिस से संपर्क किया है. (https://x.com/SindhHindu/status/1683012383856373760)
पाकिस्तानी गृहमंत्रालय से सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए
चीनी कंपनी को धमकी दिए जाने को लेकर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पाकिस्तान के लिए ये चिंता की बात इसलिए हैं, क्योंकि इस साल कई घटनाओं में चीनी नागरिक और इंजीनियर की मौत हो चुकी है. आतंकियों ने चीनी नागरिकों को निशाना बनाते हुए अटैक किए हैं.
चीन ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान से सुरक्षा नहीं संभली तो पीएल सेना को पाकिस्तान भेज दिया जाएगा. ऐसे में अगर पाकिस्तान के अंदर पीएलए के जवान सुरक्षा देंगे तो पाकिस्तान की वैश्विक स्तर पर किरकिरी होगी.
हालांकि अब पाकिस्तान और चीन के बीच पीएलए की जगह प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनियो के साथ समझौता हुआ है, जिसके तहत चीन की तीन प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी अपने नागरिकों को सुरक्षा देंगी.