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राष्ट्रपति की गिरफ्तारी पर बवाल, मार्शल लॉ लागू करने की मिलेगी सजा

साउथ कोरिया में महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति यून सुक योल किसी भी वक्त गिरफ्तार हो सकते हैं. राष्ट्रपति आवास पर पुलिस के पहुंचने से जबरदस्त बवाल चल रहा है. योल से पूछताछ करने पहुंची पुलिस को राष्ट्रपति के समर्थकों ने घेर लिया है.

पुलिस के पास राष्ट्रपति के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट है. गिरफ्तारी वारंट लेकर पहुंची पुलिस को राष्ट्रपति के समर्थकों ने घेर लिया. बढ़ते बवाल को देखते हुए हजारों पुलिसकर्मियों को राष्ट्रपति भवन के बाहर तैनात किया गया है. राष्ट्रपति पर 03 दिसंबर को देश पर मार्शल लॉ थोपने का आरोप है, जिसे जांच एजेंसियां देशद्रोह मान रही हैं.

गिरफ्तारी से पहले राष्ट्रपति यून सुक योल ने भरी हुंकार

पुलिस के राष्ट्रपति भवन पहुंचने से पहले साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल ने राजधानी सियोल में भरी है हुंकार. राष्ट्रपति यून सुक योल ने अपने आवास के बाहर एकत्र समर्थकों के लिए बयान जारी करते हुए कहा कि ‘वो संप्रभुता का उल्लंघन करने वाली और देश को खतरे में डालने वाली ताकतों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे.’ महाभियोग का सामना कर रहे साउथ कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक योल ने अपने समर्थकों से कहा है कि वो “देश विरोधी ताकतों के खिलाफ नहीं झुकेंगे.” यून सुक योल ने कहा कि वह “संप्रभुता का उल्लंघन करने वाली और देश को खतरे में डालने वाली ताकतों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे.” (https://x.com/ValerioCNN/status/1875025795082813770)

यून सुक योल के खिलाफ वारंट, जल्द होगी पूछताछ

यून सुक योल ने 3 दिसंबर को अचानक से मार्शल लॉ का आदेश जारी कर दिया था. जिसको लेकर सियोल में हर जगह सैनिकों की तैनाती कर दी गई थी. हालांकि कुछ ही घंटों बाद मार्शल लॉ हटा दिया गया था. साउथ कोरिया में कुछ ही घंटों में जो कुछ हुआ उसे विपक्षी नेताओं ने विद्रोह करार दिया. बाद में राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित करवा दिया.

भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने के लिए ‘सियोल वेस्टर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट’ ने इस महीने की शुरुआत में लागू किए गए अल्पकालिक मार्शल लॉ संबंधी मामले में यून सुक-योल को हिरासत में लेने और राष्ट्रपति कार्यालय की तलाशी लेने के लिए वारंट जारी किया था. राष्ट्रपति के खिलाफ वारंट तब जारी किया गया जब यून पूछताछ के लिए एजेंसी के समक्ष प्रस्तुत नहीं हुए. उनके ऑफिस की तलाशी भी नहीं ली जा सकी. यून पहले दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति हैं, जिन पर पद पर रहते हुए देश छोड़ने पर बैन लगा है. (बीवी के Dior पर्स के लिए मार्शल-लॉ, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति बुरे फंसे)

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