इस साल भारत में होने वाली क्वाड बैठक से पहले अमेरिका ने भारत सहित सभी चार देशों के साथ एक अहम बैठक की है. ट्रंप प्रशासन के दूसरे कार्यकाल की ये पहली क्वाड बैठक है. अमेरिका ने क्वाड सहयोगियों के साथ मिलकर एशिया में बलपूर्वक कार्रवाई के खिलाफ चीन पर सख्ती दिखाई है.
अमेरिका ने बैठक में कहा है कि इंडो-पैसिफिक समुद्री क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने की कोशिश वाली चीन की कोई भी एकतरफा कार्रवाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. बैठक की अध्यक्षता अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने की. बैठक में एस जयशंकर के अलावा, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री भी मौजूद रहे.
बैठक में क्वाड देशों के विदेश मंत्रियों ने इस बात की पुष्टि की है कि इस साल क्वाड की औपचारिक बैठक भारत में होगी. ऐसा माना जा रहा है कि इस बैठक में शामिल होने के लिए अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत आ सकते हैं. साथ ही उससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी को अमेरिका में आमंत्रित किए जाने पर भी वाशिंगटन डीसी ने विचार किया है. (https://x.com/DrSJaishankar/status/1881832246212190688)
क्वाड की बैठक में किन मुद्दों पर बनी सहमति?
अमेरिकी विदेश मंत्री ने वाशिंगटन में कार्यकाल संभालने के बाद बहुपक्षीय क्वाड बैठक बुलाई. क्वाड चार देशों को समूह है, जिसमें अमेरिका के अलावा भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया हैं. चारों देश मिलकर इंडो पैसिफिक रीजन में सुरक्षा को पुख्ता करते हैं. इसका कारण ये है कि हिंद प्रशांत महासागर में चीन बेहद आक्रामक है और इसी दादागिरी को रोकने के लिए चारों देशों ने एक बार फिर से प्रतिबद्धता जताई है.
क्वाड देशों के सहयोगियों ने वाशिंगटन में चीन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने पर सहमति जताई. रूबियो और उनके समकक्षों ने एक संयुक्त बयान जारी कर स्वतंत्र और ओपन इंडो-पैसिफिक” की दिशा में काम करने का वादा किया. क्वाड के सभी सहयोगियों ने दोहराया कि वो एक ऐसे क्षेत्र का समर्थन करते हैं “जहां कानून के शासन, लोकतांत्रिक मूल्य, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बरकरार रखा जाता है और उसकी रक्षा की जाती है”
क्वाड देशों ने जारी किया संयुक्त बयान
क्वाड देशों ने एक संयुक्त बयान में कहा, “हम चारों देशों का यह दृढ़ विश्वास है कि समुद्री क्षेत्र सहित सभी क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय कानून, आर्थिक अवसर, शांति, स्थिरता और सुरक्षा, भारत-प्रशांत के लोगों के विकास और समृद्धि को दर्शाता है. हम किसी भी एकतरफा कार्रवाई का भी दृढ़ता से विरोध करते हैं जो बलपूर्वक या जबरदस्ती यथास्थिति को बदलने का प्रयास करती है.” (https://x.com/secrubio/status/1881908118785040644)
इस साल भारत में होगी क्वाड बैठक
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वाशिंगटन में क्वाड विदेश मंत्रियों की बैठक पर एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया. जिसमें इस आयोजन की मेजबानी के लिए सचिव रुबियो का आभार व्यक्त किया और ऑस्ट्रेलिया के पेनी वोंग और जापान के ताकेशी इवाया के योगदान को स्वीकार किया. क्वाड की बैठक इस साल भारत में होनी है जिसमें चारों देशों के राष्ट्राध्यक्षों के शामिल होने की प्रबल संभावना है. वाशिंगटन में विदेश मंत्रियों ने इस क्वाड लीडरशिप समिट के भारत में आयोजन की पुष्टि की. (नाटो नहीं भारत महत्वपूर्ण, ट्रंप प्रशासन की पहली मीटिंग जयशंकर संग)