समंदर में हिंदुस्तान की तैयारी और ताकत देखकर पाकिस्तान हिल गया है. लड़ने के लिए 4 दिन की घटिया युद्ध सामग्री है, भारत से मुकाबला करने के लिए सैनिक नहीं हैं और गांव वाले मिलिट्री ट्रेनिंग ले रहे हैं. ऐसे में पाकिस्तान ने ली है, तुर्किए की शरण.
अरब सागर में चल रही तनातनी के बीच तुर्किए का जंगी जहाज टीसीजी बुयुकाडा कराची पहुंचा है. तुर्किए ने दावा किया है कि बुयुकाडा एक ‘गुडविल (सहयोग) मिशन’ पर कराची पहुंचा है, लेकिन इसे भारत के संभावित हमले के तैयारी के तौर पर देखा जा रहा है.
कराची पहुंचा तुर्किए की जंगी जहाज
दुनिया के सामने आतंकियों का मददगार पाकिस्तान बेनकाब हुआ, सभी बड़े देशों ने भारत का पक्ष लिया तो कश्मीर पर पाकिस्तान का साथ देने वाला तुर्किए मदद के लिए सामने आया है. पाकिस्तान को जवाब देने के लिए भारत तैयार है. अरब सागर में भारतीय नौसेना की गतिविधियां बढ़ गई हैं. शनिवार को पीएम मोदी और नौसेना प्रमुख के बीच 1 घंटे तक बातचीत होकर सैन्य तैयारियों के बारे में बातचीत की गई. इस घटनाक्रम से डरे पाकिस्तान ने तुर्किए से मदद की गुहार लगाई.
माना जा रहा है कि भारत के किसी भी संभावित अटैक से निपटने के लिए तुर्किए ने पाकिस्तान में अपना जंगी जहाज भेजा है. पाकिस्तानी नौसेना के अनुसार, इस दौरे का उद्देश्य पाकिस्तान और तुर्की की नौसेनाओं के बीच पेशेवर तालमेल और रणनीतिक सहयोग को बढ़ाना है. कराची पहुंचने पर तुर्की के युद्धपोत का पाकिस्तान और तुर्की के अधिकारियों ने स्वागत किया.
पाकिस्तान-तुर्किए में हैं गलबहियां, पहलगाम हमले पर हंस रहे थे एर्दोगन
22 अप्रैल को जिस वक्त पहलगाम में आतंकियों ने नरसंहार किया, 26 पर्यटकों को निर्ममता से मार डाला, उस दिन अंकारा में पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ और तुर्किए के राष्ट्रपति एर्दोगन हंस-हंस का गले मिल रहे थे, जिसका वीडियो वायरल हुआ था.
तुर्की लंबे समय से पाकिस्तान का सामरिक साझेदार रहा है. उसने पाकिस्तान की पनडुब्बियों के आधुनिकीकरण में मदद की है और सैन्य ड्रोन सहित अन्य रक्षा उपकरण सैन्य ड्रोन सहित अन्य रक्षा उपकरण भी मुहैया कराए हैं.
हाल ही में दोनों देशों ने अतातुर्क-XIII नाम से साझा सैन्य अभ्यास किया था. इसमें दोनों देशों की स्पेशल फोर्स ने हिस्सा लिया था.
अरब सागर में भारतीय नौसेना का युद्धाभ्यास
शनिवार से भारतीय नौसेना, गुजरात तट से सटे अरब सागर में एक बड़ा युद्धाभ्यास कर रही है. युद्धाभ्यास में जंगी जहाज फायरिंग ड्रिल भी कर रहे हैं.
हजीरा पोर्ट पर तैनात आईएनएस सूरत, पाकिस्तान की निगहबानी
गुजरात के सूरत में आईएनएस सूरत की तैनाती की गई है. आईएनएस सूरत के बाद अब पाकिस्तान की पोर्ट्स की तरफ मूवमेंट नहीं कर पाएगी. अरब सागर में अगर पाकिस्तान की बोट भारतीय सीमा में प्रवेश करेंगी तो भारतीय एजेंसियों की तरफ से कार्रवाई की जाएगी. दूसरी तरफ भारत की नावें और जहाज पाकिस्तान की तरफ नहीं जाएंगे. आपको बता दें कि 22 अप्रैल के बाद भारतीय नौसेना के अपने बनाए स्वदेशी युद्धपोत आईएनएस सूरत ने समुद्र में तेजी से उड़ने वाले टारगेट पर सटीक हमला कर बड़ी सफलता हासिल की है.