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7 मई को देश में बजेंगे एयर सायरन, 1971 के बाद होगी सिविल मॉकड्रिल

कुछ बड़ा होने वाला है, क्योंकि पहलगाम नरसंहार के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को 7 मई (बुधवार) को सिविल डिफेंस ड्रिल करवाने के निर्देश दिए हैं. इस अभ्यास के दौरान एयर वार्निंग सायरन बजाए जाएंगे और आम नागरिकों और छात्रों को इस बात की ट्रेनिंग दी जाएगी कि दुश्मन के हमले के समय खुद की सुरक्षा कैसे करनी है. ऐसे सायरन रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान और इजरायल और हमास संकट के दौरान बजाए जाते हैं. सायरन बजने पर भारतीयों को क्या करना है, इसकी प्रैक्टिस की जाएगी.

भारत में आपात स्थिति से निपटने की तैयारी शुरु

पहलगाम हमले के बाद से नागरिकों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उठाया है बड़ा कदम. देश के कई राज्यों को नागरिकों की सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल करने का निर्देश जारी किया. गृह मंत्रालय की ओर से जारी निर्देश में कहा गया कि 7 मई 2025 को प्रभावी तरीके से नागरिक सुरक्षा के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाए ताकि किसी भी आपात स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. 

नागरिक मॉकड्रिल में क्या होगा

मॉकड्रिल के दौरान गृहमंत्रालय ने कई बातों पर विशेष ध्यान देने को कहा है. एमएचए के मुताबिक “हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन का संचालन, शत्रुतापूर्ण हमले की स्थिति में खुद को बचाने के लिए नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर नागरिकों, छात्रों आदि को प्रशिक्षण, क्रैश ब्लैक आउट उपायों का प्रावधान, महत्वपूर्ण संयंत्रों/प्रतिष्ठानों को समय से पहले छिपाने का प्रावधान और लोगों के निकासी योजना का पूर्वाभ्यास किया जाएगा.”

ब्लैकआउट और कैमोफ्लॉज तरीके होंगे प्रयोग

ड्रिल के दौरान ब्लैकआउट की तैयारी और महत्वपूर्ण प्लांट्स व संस्थानों को कैमोफ्लॉज करने की व्यवस्था भी की जाएगी. राज्यों से कहा गया है कि “वो अपने निकासी (इवैक्युएशन )योजनाओं को अपडेट करें और उसका रिहर्सल करें, ताकि आपात स्थिति में नागरिकों और कर्मचारियों की जान बचाई जा सके. यह अभ्यास देश की आंतरिक सुरक्षा और आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों के लिए किया जा रहा है.”

1971 युद्ध के बाद से अब होगी सिविल मॉकड्रिल

7 मई को होने वाली सिविल मॉकड्रिल साल 1971 के बाद होगी. पिछली बार ऐसा अभ्यास 1971 में युद्ध के दौरान किया गया था, जिस साल भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ था. राज्यों को भेजी गई ड्रिल की एडवाइजरी ऐसे समय में आई है जब पाकिस्तान की ओर से बार-बार सीमा पार गोलीबारी की जा रही है. पहलगाम नरसंहार के 11 वें दिन भी पाकिस्तान उकसावे की कार्रवाई कर रहा है. जिसका सुरक्षाबल कड़ाई से जवाब दे रहे हैं. 

फिरोजपुर के छावनी क्षेत्र में लाइटें बंद की गईं

पंजाब के फिरोजपुर में ब्लैकआउट की प्रैक्टिस की गई है, प्रशासन के मुताबिक कल रात 9 से 9:30 बजे तक छावनी क्षेत्र में लाइटें बंद कर दी गईं थीं. पंजाब राज्य विद्युत निगम लिमिटेड के एक अधिकारी से अभ्यास के निर्धारित समय पर बिजली काटने को कहा गया था. इस रिहर्सल का उद्देश्य मौजूदा युद्ध खतरों के दौरान ब्लैकआउट प्रक्रियाओं को लागू करने में तैयारी और प्रभावशीलता सुनिश्चित करना है. 

पीएम मोदी ने की रक्षा सचिव और एनएसए संग बैठक

सोमवार को पीएम मोदी ने ताबड़तोड़ उच्च स्तरीय बैठकें कीं. पीएम ने रक्षा सचिव के साथ बैठक की, एनएसए अजीत डोवल और गृहसचिव के साथ बैठक की है. इससे पहले पीएम मोदी ने एयरफोर्स चीफ और नेवी चीफ के साथ-साथ भी अलग-अलग बैठकें करके स्थिति की समीक्षा की थी.

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