July 3, 2024
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पाकिस्तानी सीमा के करीब जोधपुर आएंगे Apache हेलीकॉप्टर

वायुसेना के बाद अब थलसेना ने भी अपनी अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर की स्क्वाड्रन खड़ी कर ली है. थलसेना की ये स्क्वाड्रन राजस्थान के जोधपुर में तैनात की गई है और डेजर्ट कैमोफ्लाज में होगी. हालांकि, माना जा रहा है कि इस स्क्वाड्रन के लिए अपाचे हेलीकॉप्टर मई के महीने तक ही थलसेना को मिल पाएंगे. 

थलसेना की एविएशन कोर के पास फिलहाल स्वदेशी डब्लूएसआई-रुद्र कॉम्बैट हेलीकॉप्टर हैं जिन्हें हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने तैयार किया है. एचएएल ने अपने एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (एएलएच) को कॉम्बैट में तब्दील कर रुद्र को तैयार किया है. साथ ही स्वदेशी लाइट कॉम्बेट हेलीकॉप्टर प्रचंड भी थलसेना को मिल गए हैं. वर्ष 2020 में रक्षा मंत्रालय ने अमेरिकी कंपनी बोइंग से थलसेना के लिए छह अपाचे (एएच-64ई) हेलिकॉप्टर का करार किया था. इसी महीने तक इन हेलीकॉप्टर को भारत पहुंचना था लेकिन किन्हीं कारणों से नहीं पहुंच पाए हैं. यही वजह है कि शुक्रवार को बिना अपाचे हेलीकॉप्टर के एक सैन्य समारोह में अपाचे हेलीकॉप्टर की स्क्वाड्रन को खड़ा करने की कार्रवाई की गई. 

थलसेना को इन हेलीकॉप्टर की जरूरत दुश्मन के इलाकों में घुसकर ऑपरेशन करने के लिए है. यूएस फोर्सेज ने अफगान युद्ध (2001-2020) के दौरान बड़ी संख्या में पहाड़ी इलाकों और गुफाओं में छिपे आतंकियों को इन्हीं  हेलीकॉप्टर के जरिए बड़ी संख्या में ढेर किया था. इसके साथ ही ऊंचाई वाले इलाकों में दुश्मन की चौकियों और बंकरों को तबाह करने के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. दुश्मन की रडार से बचकर बिहाइंड द एनिमी लाइन ऑपरेशन करने में इन अटैक हेलीकॉप्टर को महारत हासिल है. 

अपाचे हेलीकॉप्टर बेहद ही खतरनाक हेलफायर मिसाइल, 2.75 इंच रॉकेट और 30 एमएम चेन (नोद)-गन से लैस हैं. अपाचे में 16 हेलफायर मिसाइल और 76 रॉकेट लगाए जा सकते हैं. इसके अलावा 1200 राउंड से लैस अपाचे से एक मिनट में 600-650 राउंड फायर किए जा सकते हैं. 

हाल ही में राजस्थान के पोखरण में हुई भारत-शक्ति (12 मार्च) एक्सरसाइज के दौरान रुद्र और प्रचंड, दोनों ही हेलीकॉप्टर ने फायर पावर डेमों में हिस्सा लिया था. 

भारतीय वायुसेना के पास वर्ष 2019 से 22 अपाचे हेलीकॉप्टर है. वायुसेना की पहली अपाचे हेलीकॉप्टर की स्क्वाड्रन पठानकोट में तैनात की गई थी जिसे ग्लेडिएटर (125 स्क्वाड्रन) के नाम से जाना जाता है.

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