चीन ने फिलीपींस के साथ ही जापान की नाक में भी दम कर रखा है. चीन ने ऐसा कुछ किया कि जापान को अपने लड़ाकू विमानों को अलर्ट करना पड़ा. चीन की हरकत से आगबबूला जापान के उप विदेश मंत्री मसाताका ओकानो ने चीन के कार्यवाहक राजदूत शी योंग को तलब कर लिया है.
जापान का दावा है कि चीन के मिलिट्री एयरक्राफ्ट ‘वाई-9’ ने जापान में प्रवेश किया. जिसके बाद चीन के जहाज को खदेड़ने के लिए जापान को अपना फाइटर जेट स्क्रैम्बल करना पड़ा. जापान का आरोप है कि “चीन लगातार समुद्री सीमा में उकसावे की कार्रवाई कर रहा है पर यह पहली बार था जब जापान के आत्मरक्षा बल ने अपने हवाई क्षेत्र में किसी चीनी सैन्य विमान को देखा है.” चीन का वाई-9, एक इंटेलिजेंस इकठ्ठा करने वाला टोही विमान है.
जापान के विमानों ने पीएलए के विमान को खदेड़ा
जापान के शीर्ष सरकारी प्रवक्ता के मुताबिक, “चीनी टोही विमान ने सोमवार को कुछ समय के लिए जापानी हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया था.” प्रवक्ता के मुताबिक, “यह घटना बिल्कुल अस्वीकार्य और क्षेत्रीय उल्लंघन और सुरक्षा के लिए खतरा है. “
जापान ने चीन पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि “चीन के विमान पहले भी दक्षिण पूर्व की सीमा के आसपास चक्कर लगाते रहे हैं, लेकिन यह पहली बार है कि किसी विमान ने जापान के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया है.”
जापान के मुताबिक, चीनी वाई-9 टोही विमान जापान के मुख्य दक्षिणी द्वीप क्यूशू के दक्षिण पश्चिमी तट पर दांजो द्वीप के ऊपर दो मिनट तक चक्कर लगाता रहा.
जापान ने तैनात किए फाइटर जेट
मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी का आरोप है कि “एक चीनी वाई-9 टोही विमान सोमवार को कुछ देर के लिए जापान के दक्षिण पश्चिमी हवाई क्षेत्र में घुसा. जिसके बाद जापानी सेना को लड़ाकू विमानों को तैनात करने के लिए मजबूर होना पड़ा.”
योशिमासा ने चीन को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि ‘‘जापान के हवाई क्षेत्र में चीनी सैन्य विमान की घुसपैठ ना केवल हमारे क्षेत्रीय अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है बल्कि सुरक्षा के लिए भी खतरा है. यह बिल्कुल अस्वीकार्य है.”
जापान ने हवाई क्षेत्र के उल्लघंन का कड़ा विरोध जताते हुए चीन के कार्यवाहक राजदूत शी योंग को तलब किया है.