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राजनाथ-हेगसेथ फोन कॉल, Confusion रक्षा मंत्रालय के बयान से

अमेरिकी समकक्ष पीट हेगसेथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की फोन पर हुई बातचीत को लेकर जारी बयान को रक्षा मंत्रालय ने 15 मिनट से भी कम समय में आखिर क्यों बदल दिया, ये एक बड़ा सवाल बना हुआ है. क्योंकि  दूसरे बयान में ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान और आतंकवादियों के खिलाफ प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक जैसे अहम मुद्दों को नदारद कर दिया गया.

मंगलवार शाम को राजनाथ सिंह ने हेगसेथ से फोन पर बात की थी. शाम 8.16 मिनट पर जारी प्रेस रिलीज में बताया गया कि रक्षा मंत्री ने हेगसेथ से ऑपरेशन सिंदूर, पाकिस्तान का लंबे समय से सीमा-पार आतंकवाद को फैलाने और वैश्विक आतंकियों को पनाह देने के बारे में चर्चा की थी.

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, राजनाथ सिंह ने अमेरिकी रक्षा सचिव को बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारत की कार्रवाई बेहद संतुलित, नॉन-एस्केलेटरी और अनुपातिक थी.

महज 14 मिनट में बदल गया रक्षा मंत्रालय का बयान

महज 14 मिनट बाद यानी 8.30 पर रक्षा मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक रिलेशन्स (डीपीआर) ने संशोधित प्रेस रिलीज जारी की जो एकदम सपाट थी. दूसरे बयान में ऑपरेशन सिंदूर से लेकर पाकिस्तान और आतंकियों के खिलाफ जरूरत पड़ने पर प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक सहित सभी मुद्दों को हटा दिया गया.

ट्रंप के क्रेडिट लेने से भारत-अमेरिका के संबंधों में खटास

ऑपरेशन सिंदूर के बाद से जिस तरह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर को लेकर श्रेय लेने की कोशिश की है, उससे भारत खिन्न है. भारत ने साफ कर दिया है कि पाकिस्तान के आग्रह पर सैन्य टकराव को रोका गया है. ट्रंप की सीजफायर में कोई भूमिका नहीं थी.

भारत इस बात से भी नाराज है कि ट्रंप प्रशासन ने एक आतंकी-राष्ट्र (पाकिस्तान) और आतंकवाद से पीड़ित देश (भारत) को एक ही तराजू में तोल दिया है.

दूसरी प्रेस रिलीज के मुताबिक, राजनाथ ने हेगसेथ से आतंकवाद के खिलाफ भारत को समर्थन देने के लिए प्रशंसा की.

ऐसे में राजनाथ सिंह और अमेरिकी रक्षा सचिव से हुए फोन-कॉल को लेकर जारी बयान पर भ्रम से हर कोई हैरान है.  

दोनों प्रेस रिलीज में रक्षा सहयोग बढ़ाने का जिक्र जरूर

दोनों प्रेस रिलीज में हालांकि, भारत और अमेरिका के बीच रक्षा सहयोग बढ़ाने, युद्धाभ्यास, मिलिट्री एक्सचेंज और इंडस्ट्री सहयोग की बात की गई है.  खबर है कि राजनाथ सिंह ने हेगसेथ से एलसीए तेजस प्रोजेक्ट के लिए एफ-404 एविएशन इंजन की सप्लाई को तेज करने का आह्वान किया गया. साथ ही स्टील्थ फाइटर जेट एमका (एडवांस मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट) के लिए एफ-414 इंजन के सौदे पर जल्द मुहर लगाने पर भी चर्चा की गई.

इस साल जनवरी में हेगसेथ ने अमेरिका के रक्षा सचिव का पदभार संभाला था. पिछले सात महीनों में राजनाथ और हेगसेथ के बीच तीन बार फोन पर बातचीत हुई है. मंगलवार को हुई फोन कॉल में राजनाथ ने हेगसेथ से जल्द मुलाकात की संभावना जताई.

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