ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के एयरबेस को ब्रह्मोस मिसाइल से सफलतापूर्वक तबाह करने के बाद भारतीय वायुसेना अब अपने ज्यादा से ज्यादा सुखोई फाइटर जेट को ब्रह्मोस से लैस करने की तैयारी कर रही है. इसके लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने नासिक स्थित फैसिलिटी में इसका इंटीग्रेशन शुरू कर दिया है.
शुक्रवार को नासिक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में एचएएल ने अपग्रेड के लिेए आए सुखोई लड़ाकू विमान की फ्लाइंग की.
इस दौरान एचएएल के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा की
“मुझे यह जानकर भी बड़ी ख़ुशी हुई, कि नासिक की टीम ने सुखोई-30 पर ब्रह्मोस मिसाइल लगाने का महत्वपूर्ण कार्य किया है. यह वही ब्रह्मोस है, जिसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद किया था.”
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान वायुसेना ने 9-10 मई की रात पाकिस्तानी वायुसेना के 11 एयरबेस पर हमला करने के लिए सुपरसोनिक क्रूज ब्रह्मोस मिसाइल का इस्तेमाल किया था. वायुसेना ने इन ब्रह्मोस मिसाइल को सुखोई फाइटर जेट से लॉन्च किया था.
यही वजह है कि वायुसेना दिवस (8 अक्टूबर) के मौके पर एयर चीफ मार्शल ए पी सिंह ने ब्रह्मोस से लैस सुखोई फाइटर जेट की टाइगर शार्क स्क्वाड्रन को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया था.
शुक्रवार को नासिक में एबीपी न्यूज की टीम ने एचएएल की उस फैसिलिटी का दौरा किया जिसमें सुखोई लड़ाकू विमानों को ब्रह्मोस मिसाइल से इंटीग्रेट किया गया है.