दुनिया की सबसे बड़ी नेवल एक्सरसाइज, ‘रिमपैक’ में हिस्सा लेने के लिए भारतीय नौसेना का स्वदेशी स्टेल्थ फ्रिगेट (युद्धपोत) आईएनएस शिवालिक हवाई द्वीप के पर्ल-हार्बर बंदरगाह पहुंच गया है. दो साल में एक बार होने वाली ‘रिंग ऑफ द पैसिफिक’ (आरआईएमपीएसी-24) एक्सरसाइज में इस बार भारत सहित कुल 29 देश हिस्सा ले रहे हैं.
भारतीय नौसेना के मुताबिक, हवाई द्वीप के करीब रिमपैक-24 के 29वें संस्करण के लिए आईएनएस शिवालिक पर्ल हार्बर पहुंच चुका है. हार्बर-फेज (27 जून-2 जुलाई) के दौरान प्रोफेशनल चर्चा, क्रॉस-डेक विजिट, वर्कशॉप और टीम बिल्डिंग सेशन का आयोजन किया जाएगा. इस बार की रिमपैक का थीम है ‘पार्टनर्स: इंटीग्रेटेड एंड प्रीपेयर्ड’. इस एक्सरसाइज का उद्देश्य प्रशांत महासागर को नेविगेशन और एविएशन दोनों के लिए ‘फ्री और ओपन’ रखना है.
अमेरिका की इंडो-पैसिफिक कमांड (पैकॉम) के अंतर्गत होने वाली इस एक्सरसाइज में 29 देशों के 40 युद्धपोत, 03 पनडुब्बियां और 150 एयरक्राफ्ट हिस्सा लेंगे. 14 देशों की लैंड फोर्सेज और करीब 25 हजार सैनिक इस महाभ्यास में शिरकत करने जा रहे हैं. हार्बर फेज के बाद ये युद्धाभ्यास 2 अगस्त तक जारी रहेगा. रिमपैक एक्सरसाइज की शुरुआत वर्ष 1971 में हुई थी (https://x.com/FinalAssault23/status/1807002926553932106).
यूएस पेसिफिक फ्लीट के मुताबिक, “दुनिया के सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय समुद्री अभ्यास के रूप में, रिमपैक सैन्य अभियानों के पूरे स्पेक्ट्रम में स्थायी अंतर संचालनीय प्रदर्शित करने के लिए एक गतिशील समुद्री वातावरण में बल क्षमताओं को जोड़ता है.”
अमेरिका के मुताबिक, रिमपैक एक्सरसाइज, “विश्व स्तरीय समुद्री प्रशिक्षण वातावरण का उपयोग और संरक्षण करने वाला प्रमुख संयुक्त और संयुक्त समुद्री अभ्यास है. ये बहु-राष्ट्रीय सहयोग और विश्वास को बढ़ावा देता है, अंदर संचालनीय का लाभ उठाता है, और एकीकृत, तैयार, गठबंधन भागीदारों को मजबूत करने के लिए संबंधित राष्ट्रीय उद्देश्यों को प्राप्त करता है.” (https://x.com/SecDef/status/1806784206649086084)