उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण कर अमेरिका को एक बार फिर आंख दिखाई है. हाइपरसोनिक मिसाइल के परीक्षण के समय मॉनिटरिंग रूम में किम जोंग उन के साथ बेटी भी मौजूद रही.
उत्तर कोरिया की ये हाइपरसोनिक मिसाइल, ध्वनि गति से 12 गुना ज्यादा रफ्तार से उड़ान भर सकती है और इसकी मारक क्षमता 1500 किमी तक है. हाइपरसोनिक मिसाइल के सफल परीक्षण पर किम जोंग उन ने कहा है कि “इस मिसाइल प्रणाली की वजह से प्रशांत क्षेत्र में देश के प्रतिद्वंद्वियों को रोकने में काफी हद तक मदद मिल सकती है.” ये धमकी सीधे अमेरिका के लिए मानी जा रही है क्योंकि किम जोंग उन अपना प्रतिद्वंदी अमेरिका को मानते हैं.
किम जोंग ने हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण ऐसे वक्त में किया, जब अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन पड़ोसी (दुश्मन) देश साउथ कोरिया में मौजूद थे.
किम जोंग की हाइपरसोनिक मिसाइल की खूबियां
हाइपरसोनिक बेहद ही खतरनाक मिसाइल मानी जाती है, जो बिना आवाज के दुश्मन पर प्रहार करती है. किम जोंग ने बताया कि टेस्टिंग के दौरान मिसाइल ने 1500 किमी की उड़ान भरी थी. समुद्र में गिरने से पहले इस मिसाइल ने आवाज की गति से 12 गुना ज्यादा की गति हासिल कर ली थी.
हमारी मिसाइल प्रशांत क्षेत्र में प्रतिद्वंदी को काबू में रखेगी: किम
किम जोंग ने कहा, “यह मिसाइल प्रशांत क्षेत्र में किसी भी प्रतिद्वंदी को काबू में रखने के लिए है. लॉन्च के जरिए प्रतिद्वंद्वियों को साफ-साफ बता रहे हैं कि हम अपने वैध हितों की रक्षा के लिए किसी भी साधन का उपयोग करने के लिए तैयार हैं, यह लॉन्च हमारे दुश्मनों को संदेश है. यह स्पष्ट रूप से आत्मरक्षा के लिए एक योजना और प्रयास है, न कि कोई आक्रामक योजना और कार्रवाई के लिए है.”
तानाशाह ने आगे कहा कि “हमारी हाइपरसोनिक मिसाइल किसी भी घने रक्षात्मक अवरोध को प्रभावी ढंग से तोड़ते हुए प्रतिद्वंदी पर गंभीर सैन्य हमला कर सकती है. उत्तर कोरिया की रक्षा क्षमताओं को लेकर इसी तरह से विकास तेजी से जारी होता रहेगा, जिससे देश सैन्य शक्ति बन पाए.”
नॉर्थ कोरिया उकसावे की कार्रवाई कर रहा है: साउथ कोरिया
विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ ही दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ताए-युल ने इस परीक्षण की निंदा की है. दक्षिण कोरिया ने कहा है, “उत्तर कोरिया उकसावे की कार्रवाई कर रहा है.” उत्तर कोरिया के इस मिसाइल परीक्षण के बार दक्षिण कोरिया ने अपनी सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत कर दिया है.