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मलेशियाई प्रधानमंत्री मिले मोदी से, जाकिर नाइक पर हुई बात ?

मलेशिया के प्रधानमंत्री दातो सेरी अनवर बिन इब्राहिम से राजधानी दिल्ली में जब पीएम मोदी गर्मजोशी से मिले, तो कट्टरपंथी जाकिर नाइक को भारत लाने की उम्मीद जग गई. मलेशियाई पीएम अनवर तीन दिवसीय यात्रा पर भारत पहुंचे हैं. बतौर प्रधानमंत्री अनवर बिन इब्राहिम की ये पहली भारत यात्रा है. इस यात्रा से भारत-मलेशिया के बीच कई समझौतों पर मुहर लगी है. बड़ा सवाल हालांकि, ये है कि क्या साल 2017 से भारत के वांटेड इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण पर बात हुई है?  वो भी उन प्रधानमंत्री अनवर इब्राहिम से जिनके साथ मलेशिया में कई बार जाकिर नाइक को देखा गया है.

पीएम मोदी और मलेशियाई पीएम में क्या बात हुई?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मलेशियाई पीएम के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई. द्विपक्षीय वार्ता के बाद दोनों पीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. पीएम मोदी ने कहा कि “आसियान और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में मलेशिया, भारत का अहम पार्टनर है. भारत, आसियान केन्द्रीयता को प्राथमिकता देता है. हम सहमत हैं कि भारत और आसियान के बीच एफटीए की समीक्षा को समयबद्ध तरीके से पूरा करना चाहिए. द्विपक्षीय व्यापार और निवेश का विस्तार किया जाना चाहिए. हमें फिनटेक, सेमीकंडक्टर, एआई और क्वांटम जैसे नई प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अपना सहयोग बढ़ाना चाहिए. हम भारत के यूपीआई और मलेशियाई पेमेंट को जोड़ने पर काम करेंगे.”

भारत और मलेशिया सच्चे भाई: अनवर बिन इब्राहिम
पाकिस्तान के करीबी मुस्लिम देश मलेशिया के प्रधानमंत्री ने भारत की तारीफ की है. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद मलेशियाई पीएम अनवर बिन इब्राहिम ने कहा,” हम संवेदनशील या विपरीत बुद्धिमान सभी मुद्दों पर सच्चे भाई के रूप में चर्चा करते हैं, क्योंकि यही दोस्ती का अर्थ है. मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से यह कहा है कि ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन पर हमें और रिसर्च करने की आवश्यकता है और यह दुर्भाग्यपूर्ण है पिछले कई वर्षों में वास्तव में ऐसा कुछ नहीं हुआ है. भारत एक महान इतिहास, महान संस्कृति और सभ्यता वाला एक महत्वपूर्ण और महान राष्ट्र है. कई मुद्दों पर पीएम मोदी ने दय़ालुतापूर्वक उल्लेख किया है. कई मुद्दों पर हमने सहमति बनाई है.”

क्या पीएम मोदी और पीएम अनवर के बीच जाकिर नाइक पर हुई बात?
विवादित धर्म प्रचारक जाकिर नाइक साल 2017 से मलेशिया में है. नाइक को कई बार पीएम इब्राहिम के साथ देखा गया है, दोनों की कई तस्वीरें भी वायरल हुई हैं. नाइक पर भारत में मनी लॉन्ड्रिंग समेत कई गंभीर केस दर्ज हैं. कोर्ट ने जाकिर को भगोड़ा घोषित किया हुआ है.

साल 2019 में, ऐसी खबरें आई थीं कि पीएम मोदी ने तत्कालीन मलेशियाई प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद के साथ जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठाया था, जब वो रूस में एक सम्मेलन के मौके पर मिले थे. लेकिन जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण की वो मांग ठंडे बस्ते में चली गई.

अब अगर मलेशियाई पीएम के बयान पर गौर किया जाए तो ऐसा लग रहा है कि जाकिर के मुद्दे पर बात हुई है. क्योंकि मलेशियाई पीएम ने अपने बयान में कहा है कि- “हमने संवेदनशील मुद्दों पर सच्चे भाई के रूप में चर्चा की है. कई मुद्दों पर पीएम मोदी ने दय़ालुतापूर्वक उल्लेख किया है.” तो क्या वो संवेदनशील मुद्दा जाकिर नाइक से जुड़ा हुआ है?

जाकिर नाइक पर क्या हैं आरोप?

नाइक पर भारत में कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं. कोर्ट ने जाकिर को भगोड़ा घोषित किया है. नाइक पर 193 करोड़ रु. से ज्यादा की मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है. गिरफ्तारी के डर से जाकिर मलेशिया भाग गया. नाइक के खिलाफ 2016 में एंटी-टेरर लॉ के तहत केस दर्ज किया गया था. भारत के भगोड़े जाकिर पर मलेशिया में भी अल्पसंख्यक हिंदुओं और चीन के लोगों की भावनाएं आहत करने का आरोप है. नाइक ने एक भड़काऊ भाषण दिया था, जिसमें कहा था कि “मलेशिया में हिंदुओं को भारत के मुस्लिमों के मुकाबले 100 गुना ज्यादा अधिकार मिले हैं.”कोशिशों के बावजूद 

भारत, जाकिर नाइक के प्रत्यर्पण में कामयाब नहीं हो सका है क्योंकि खुद मलेशियाई पीएम की उसपर मेहरबानी है. वहीं अगर भारत-मलेशिया के द्विपक्षीय संबंधों की बात की जाए तो मलेशिया आसियान में भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. 

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