‘गो बैक इंडिया’ के नारे के साथ मालदीव की सत्ता संभालने वाले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की भारत के लिए सोच बदलने लगी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल के शपथ-ग्रहण समारोह में शामिल होने मोहम्मद मुइज्जू दिल्ली पहुंच गए हैं. रविवार शाम पीएम मोदी अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ राष्ट्रपति भवन में तीसरी बार देश की कमान संभालने के लिए शपथ लेंगे. इस दौरान मुइज्जू के साथ-साथ बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका, मॉरीशस और सेशेल्स जैसे देशों के राष्ट्राध्यक्ष और वरिष्ठ नेता भी शपथ-ग्रहण समारोह में मौजूद रहेंगे. भारत ने अपने पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के नेताओं को शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित किया है.
मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में इन देशों के प्रमुख और नेता हो रहे हैं शामिल:
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना
मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनाथ
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू
सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ
पहली बार भारत पहुंचे मुइज्जू, दूर होंगे गिले शिकवे!
रविवार सुबह भारत सरकार के विशेष आमंत्रण पर मोहम्मद मुइज्जू दिल्ली पहुंचे. इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर मुइज्जू के स्वागत के लिए रंगारंग कार्यक्रम को आयोजन किया गया. अबतक चीन के पिछलग्गू बने मालदीव के राष्ट्राध्यक्ष मोहम्मद मुइज्जू ने कहा है कि “मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना उनके लिए गर्व की बात है.” मोहम्मद मुइज्जू की यात्रा ऐसे समय में हुई है, जब दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों में काफी गिरावट आई है.
पिछले साल नवंबर में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी. नवंबर के बाद पहली बार भारत आए हैं. हालांकि अभी तक हमेशा पड़ोसी देश होने के नाते परंपरा थी कि मालदीव के राष्ट्राध्यक्ष सबसे पहले भारत आते थे. मोहम्मद मुइज्जू ने पहला विदेश दौरा भारत का ना करके तुर्की को चुना था. तुर्की के अलावा मोहम्मद मुइज्जू, यूएई और चीन की भी यात्रा कर चुके हैं. पीएम मोदी के शपथ-ग्रहण के लिए मालदीव में भारतीय उच्चायुक्त मुनु महावर ने शिष्टाचार भेंट करके पीएम मोदी के शपथ-ग्रहण में आने का न्योता सौंपा था. दिल्ली आने से पहले मोहम्मद मुइज्जू ने राष्ट्रपति ने निमंत्रण के लिए प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया तथा कहा कि इस “ऐतिहासिक समारोह में शामिल होना उनके लिए सम्मान की बात होगी.” मोहम्मद मुइज्जू ने यह भी कहा कि “वो भारत के साथ घनिष्ठ संबंधों को और मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने के लिए उत्सुक हैं. मालदीव-भारत संबंध सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, जैसा कि इस यात्रा से प्रदर्शित होगा.”
भारत-मालदीव के तल्ख रिश्ते अब होंगे मजबूत
पिछले साल नवंबर में शपथ लेने के कुछ ही घंटों के भीतर मोहम्मद मुइज्जू ने अपने देश से 88 से अधिक भारतीय सैन्य कर्मियों को हटाने की मांग की थी, जिससे द्विपक्षीय संबंधों में तनाव पैदा हो गया था. मुइज्जू द्वारा निर्धारित 10 मई की समय सीमा तक सैन्य कर्मियों को तीन विमानन प्लेटफार्मों से वापस लाया गया और उनकी जगह भारत के नागरिकों को लाया गया. इसके अलावा मालदीव ने चीन के उस जासूसी जहाज को अपने तट पर रुकने की इजाजत दी थी, जिसका भारत ने श्रीलंका में रुकने का विरोध किया था. मुइज्जू की विदेश नीति चीन की ओर झुकी हुई है. मालदीव और चीन ने रक्षा समझौता भी हुआ है.
पीएम मोदी के शपथ-ग्रहण में कौन-कौन राष्ट्राध्यक्ष शामिल ?
मोदी 3.0 के शपथ-ग्रहण समारोह के लिए भारत ने पड़ोसी देशों सहित हिंद महासागर क्षेत्र के देशों को निमंत्रण दिया है. पाकिस्तान को छोड़कर सभी दक्षिण एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्ष राजधानी दिल्ली में आयोजित समारोह में शामिल हो रहे हैं. वर्ष 2014 में मोदी ने पाकिस्तान सहित सभी सार्क देशों के प्रमुखों को आमंत्रित किया था जबकि 2019 में बिम्सटेक देशों को आमंत्रित किया गया था (https://x.com/MEAIndia/status/1799296298174341225).