यूक्रेन युद्ध के 1000 दिन बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने परमाणु नीति में बड़ा बदलाव किया है. इसके तहत अगर कोई गैर-परमाणु देश (यूक्रेन) किसी न्यूक्लियर पावर (अमेरिका इत्यादि) की मदद से रूस पर हमला करता है तो इसे दोनों देशों का ‘साझा हमला’ माना जाएगा.
ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या दुनिया तीसरे विश्वयुद्ध या फिर न्यूक्लियर वार की आग में झुलसने जा रही है.
तीसरी विश्वयुद्ध की आग इसलिए भी बढ़ सकती है क्योंकि रूस ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन ने मंगलवार को अमेरिका की लंबी दूरी की छह अटकैम्स मिसाइल से हमला किया है. रूस के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, छह में से पांच मिसाइलों को एस-400 और पैंटसीर एयर डिफेंस सिस्टम से नष्ट कर दिया गया. रूस के मुताबिक, एक मिसाइल का मलबा एक ब्रायेंस्क क्षेत्र की एक मिलिट्री फैसिलिटी में गिरा, जिसके कारण वहां आग लग गई.
अमेरिका के मिसाइल हमले के बाद रूस के सिक्योरिटी काउंसिल के डिप्टी चेयरमैन (और पूर्व राष्ट्रपति) दिमित्री मेदवेदेव ने ऐलान किया कि “नई न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन के तहत अगर हमारे देश पर नाटो मिसाइल से हमला किया गया तो इसका जवाब डब्लूएमडी यानी वेपन ऑफ मास डिस्ट्रक्शन के जरिए दिया जाएगा.”
मेदवेदेव के मुताबिक, डब्लूएमडी का इस्तेमाल यूक्रेन की राजधानी कीव और नाटो फैसिलिटी पर किया जाएगा, जिसका सीधा मतलब तीसरा विश्वयुद्ध है. (https://x.com/MedvedevRussiaE/status/1858818104370884949)
मेदवेदेव के इस बयान के बाद रूसी मीडिया ने रूस की परमाणु मिसाइल और टारपीडो सहित यूरोप तक पहुंच को लेकर खबरें दिखाना शुरू कर दिया है. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1858874857896690156)
हाल ही में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को अटकैम्स मिसाइल के इस्तेमाल के लिए खुली छूट दे दी थी. इस इजाजत के तहत अटकैम्स मिसाइल को रूस के भीतरी इलाकों पर भी दागा जा सकता है. अभी तक यूक्रेन इन मिसाइलों को रूसी सीमा से सटे इलाकों में ही इस्तेमाल कर सकता था. (https://x.com/ZelenskyyUa/status/1858879931398168803)
अटकैम्स मिसाइल के इस्तेमाल की खुली इजाजत के बाद पुतिन ने अपने न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन में बदलाव से किया है.
हालांकि, अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयम बरतने का आह्वान किया है. ट्रंप ने न्यूक्लियर वार के लिए जो बाइडेन को जिम्मेदार ठहराया है. (https://x.com/RealAlexJones/status/1858584369545584778)
ट्रंप ने कहा कि हम तुरंत युद्ध रोक देना चाहिए और इसके लिए रूस और यूक्रेन को उनसे तुरंत संपर्क करना चाहिए.
ट्रंप ने अमेरिकी संस्कृति के लिए सबसे बड़ा खतरा रूस नहीं बल्कि डीप स्टेट को करार दिया. अमेरिका के नए राष्ट्रपति ने नाटो के उद्देश्य में सुधार की भी जरूरत बताई. अगर ऐसा नहीं किया गया तो पूरी दुनिया को तीसरा विश्वयुद्ध झेलना पड़ेगा. (रूस-यूक्रेन युद्ध के 1000 दिन: मौत तबाही और पलायन)