दिल्ली एयरपोर्ट पर एक रशियन युवती के बोर्डिंग टिकट पर इमीग्रेशन ऑफिसर द्वारा अपना पर्सनल मोबाइल नंबर लिखकर संपर्क बनाने को लेकर बवाल खड़ा हो गया है. रूसी युवती ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर लोगों से पूछा है कि क्या पासपोर्ट ऑफिसर का ये व्यवहार उचित है.
रुस की रहने वाली युवती एक कंटेंट क्रिएटर है और सोशल मीडिया पर देश-विदेश की यात्राओं से जुड़े वीडियो पोस्ट करती है. इंस्टाग्राम पर युवती के 80 हजार से ज्यादा फॉलोअर्स हैं. युवती का दावा है कि उसने 30 देशों की यात्रा की है. हिंदी बोलने वाली रूसी युवती भारत से प्यार करती है और यहां आती रहती है. युवती के मुताबिक, जब वो दिल्ली एयरपोर्ट से भारत से बाहर की यात्रा करने के लिए पहुंची तो पासपोर्ट अधिकारी के ‘व्यवहार से हैरान’ रह गई. युवती का आरोप है कि “पासपोर्ट ऑफिसर (इमीग्रेशन ऑफिसर) ने उसके बोर्डिंग टिकट पर अपना मोबाइल नंबर लिखकर अगली बार भारत आने पर संपर्क करने के लिए कहा.” (https://www.instagram.com/reel/C6LJQWsqk_B/?igsh=MWxvODRhc2lvMm5rNA==)
रशियन युवती के मुताबिक, पासपोर्ट ऑफिसर के व्यवहार पर हैरानी जताते हुए उसने खुद अपने इंस्टाग्राम पर अपने फॉलोअर्स से पूछा है कि ‘क्या ये सही है’. बड़ी संख्या में सोशल मीडिया यूजर्स ने एयरपोर्ट अधिकारी के व्यवहार पर गुस्सा जताते हुए गृह मंत्रालय से कार्रवाई की मांग की है.
हालांकि, कुछ इंटरनेट सिटीजन का मानना है कि रशियन युवती ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर भारतीय पति ढूंढने का एक वीडियो पोस्ट किया था जो काफी वायरल हुआ था. इस वीडियो में रुसी युवती एक बस-स्टॉप पर अपने क्यूआर कोड के साथ पति ढूंढने का पर्चा चिपकाती हुई दिखाई पड़ रही है. यही वजह है कि कुछ लोगों का मानना है कि इमीग्रेशन अधिकारी ने उसका ये वीडियो देखा होगा और इसलिए अगली बार भारत आने पर संपर्क करने के लिए अपना नंबर दिया होगा. जबकि कुछ लोगों का मानना है कि रूसी युवती को ऐसा नहीं करना चाहिए था और उसने सनसनी फैलाने के लिए ऐसा किया है.
इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैनात इमीग्रेशन ऑफिसर देश से बाहर आने-जाने वाले यात्रियों के पासपोर्ट और वीजा वेरीफाई करते हैं और यात्रा का उद्देश्य पहुंचते हैं. ये अधिकारी गृह मंत्रालय के अधीन ‘ब्यूरो ऑफ इमीग्रेशन’ (बीओआई) विभाग से ताल्लुक रखते हैं. विभाग में तैनात अधिकारी अमूमन इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और दिल्ली पुलिस जैसे महकमों से डेप्यूटेशन पर आते हैं.
हालांकि, इन आरोपों पर दिल्ली एयरपोर्ट, गृह मंत्रालय और सिविल एविएशन मंत्रालय का फिलहाल कोई बयान सामने नहीं आया है. हकीकत जो भी हो इस तरह की घटनाओं से भारत की छवि पर जरूर असर पड़ता है. वो भी तब जब कि भारत दुनियाभर के पर्यटकों के लिए एक टूरिस्ट-डेस्टिनेशन बनता जा रहा है.
वर्ष 2015 में ही एक ऐसी घटना सामने आई थी जब हांगकांग जा रही एक विदेशी महिला से इमीग्रेशन अधिकारी ने गलत व्यवहार किया था. उस दौरान गृह मंत्रालय ने अधिकारी को सस्पेंड कर दिया था.