तरंगशक्ति जैसे मल्टीनेशन एक्सरसाइज दुश्मनों के खिलाफ एक बड़ा ‘डिटरेंस’ यानी हतोत्साहित करने का काम करती हैं. क्योंकि इस तरह के युद्धाभ्यास से सैनिक डिटरेंस जैसे ‘सर्वश्रेष्ठ उद्देश्य’ के लिए काम करते हैं. ये मानना है स्पेन की वायुसेना प्रमुख का जो इनदिनों तरंगशक्ति एक्सरसाइज में हिस्सा लेने के लिए भारत आए हुए हैं.
मंगलवार को स्पेन एयरफोर्स चीफ जनरल फ्रांसिस्को ब्रेको कार्बो ने तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस (कोयम्बटूर) में भारतीय वायुसेना के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी सहित फ्रांस और जर्मनी के एयर चीफ के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. इस दौरान टीएफए के सवाल पर एयर जनरल कार्बो ने कहा कि “मेरे लिए, और हम सबके लिए एक सैन्यकर्मी के तौर पर बेस्ट गोल (उद्देश्य) है डिटरेंस पैदा करना. क्योंकि अगर डिटरेंस नाकाम रहता है तो हमें अपने (देश) को (दुश्मन से) डिफेंड करना होता है.”
स्पेनिश एयर फोर्स चीफ के मुताबिक, “यूरोप में अगला युद्ध जरूर होना है. ऐसे में तरंगशक्ति जैसी एक्सरसाइज में मित्र-देशों की वायुसेनाएं के साथ सहयोग मजबूत होता है जिससे वो दुश्मन जो हमसे लड़ना चाहता है उसके खिलाफ एक डिटरेंस पैदा करते हैं.”
टीएफए ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर चीफ मार्शल चौधरी सहित मित्र-देशों के वायुसेना प्रमुखों से सवाल किया था कि जिस तरह इनदिनों दुनिया का एक बड़ा हिस्सा बड़े संकट से गुजर रहा है, जिसमें यूरोप में (रूस-यूक्रेन) युद्ध और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में कुछ ऐसे देश जो रूल ऑफ लॉ या अंतरराष्ट्रीय कानूनों को नहीं मानते हैं उनके लिए तरंगशक्ति जैसे एक्सरसाइज क्या डिटरेंस का कार्य कर सकती है.
इस सवाल के जवाब पर एयर चीफ मार्शल चौधरी ने साफ किया कि ये एक्सरसाइज “किसी देश के खिलाफ नहीं है. इसका उद्देश्य मित्र-देशों की वायुसेनाओं के साथ साझा फ्लाइंग और ट्रेनिंग करना है.”
इस मौके पर मौजूद फ्रांसीसी वायुसेना प्रमुख और जर्मन एयर चीफ ने भी इंडियन एयर फोर्स के प्रमुख के बयान का समर्थन किया. लेकिन स्पेन के वायुसेना प्रमुख ने यूरोप में पैदा हुए संकट के जरिए इस तरह की एक्सरसाइज का मुख्य उद्देश्य एकदम साफ कर दिया.
भारतीय वायुसेना के तत्वाधान में आयोजित तरंगशक्ति एक्सरसाइज देश में आयोजित पहली बहुराष्ट्रीय एक्सरसाइज है. ये एक्सरसाइज इनदिनों सुलूर एयरबेस (6-14 अगस्त) में आयोजित की जा रही है. युद्धाभ्यास में भारतीय वायुसेना के साथ साथ इंग्लैंड, जर्मनी और फ्रांस की वायुसेनाएं भी हिस्सा ले रही हैं.
एक्सरसाइज का दूसरा चरण जोधपुर एयरबेस पर 29 अगस्त से 14 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा जिसमें अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस और यूएई जैसे देशों के फाइटर जेट एक्सरसाइज में हिस्सा लेंगे.