लंबे ऊहापोह के बाद आखिरकार कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अपने पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. इस्तीफे की घोषणा खुद ट्रूडो ने सार्वजनिक तौर से दी है.
अपने संबोधन में ट्रूडो ने कहा कि सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के नए नेता चुने जाने के तुरंत बाद इस्तीफा दे देंगे. जब तक नया नेता नहीं चुना जाता, ट्रूडो प्रधानमंत्री की कुर्सी संभालते रहेंगे.
पिछले डेढ़ साल से देश-विदेश में ट्रूडो की लोकप्रियता बेहद गिर गई थी. उनकी घरेलू नीतियों और विदेश नीति की जमकर आलोचना हुई थी.
सोमवार को अपने संबोधन में हालांकि, ट्रूडो ने अपने पिछले 10 साल के शासन-काल में कनाडा के लोगों के उत्थान के लिए शुरू की गई नीतियों का बखान किया. साथ ही कोरोना महामारी के दौरान कनाडाई सरकार द्वारा की गई सेवा का उल्लेख किया.
खालिस्तान को किया समर्थन, भारत से लिया पंगा
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (जून 2023) की हत्या के चलते ट्रूडो ने भारत से बेहद खराब संबंध कर लिए थे. ट्रूडो को भारत-विरोधी और आतंकी संगठन खालिस्तान को समर्थन करने के गंभीर आरोप लग चुके हैं. पीएम पद बचाए रखने के लिए अलगाववादी सिखों का समर्थन लेने के लिए ट्रूडो ने कनाडा को भारत-विरोधी गतिविधियों का अड्डा बना दिया था.
गैंगवार में हुई खालिस्तानी आतंकी की हत्या का दोष ट्रूडो ने भारत की सरकारी एजेंसियों पर लगाया था. उसके बाद से दोनों देशों के संबंध लगभग टूटने के कगार पर है. लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि कनाडा से खराब संबंधों के लिए सिर्फ ट्रूडो जिम्मेदार है.
पिछले साल ट्रूडो के चलते भारत संग इस कदर रिश्ते खराब हुए कि भारत ने अपने हाई कमिश्नर संजय वर्मा को वापस बुला लिया और भारत में मौजूद कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया. (मोदी दहाड़े, कनाडा में हमले नहीं बर्दाश्त)
ट्रंप ने किया गर्वनर कहकर बेइज्जत
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, ट्रूडो को ‘गवर्नर’ कहकर बेइज्जत करते हैं तो कनाडा को ‘यूएस स्टेट’ घोषित कर दिया है. खुद अपने देश में ट्रूडो की रेटिंग बेहद नीचे गिर चुकी थी और उनकी कैबिनेट के सदस्य भी एक-एक कर छोड़कर जा चुके थे. (गर्वनर ट्रूडो चले थे चौबे बनने…ट्रंप, भारत और चीन ने छब्बे बनाकर छोड़ दिया)