पिछले दो सालों से रूस और यूक्रेन में चल रही जंग के बीच इसी सप्ताह यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा भारत आ रहे हैं. दिमित्रो कुलेबा की ये पहली भारत यात्रा है. यूक्रेन विदेश मंत्री किस उम्मीद से भारत आ रहे हैं, इसकी झलक खुद उन्होंने एक वीडियो जारी करके दिखाई है. होली के अवसर पर दिमित्रो कुलेबा ने अपने सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी की मूर्ति के सामने खड़े होकर वीडियो जारी किया है. अपने वीडियो में यूक्रेनियन विदेश मंत्री ने ‘शांति और स्वतंत्रता’ की बात कही है.
गांधी की राह पर है यूक्रेन: दिमित्रो कुलेबा
पिछले सप्ताह 20 मार्च को पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से फोन पर बात की थी. इसी बातचीत के बाद भारत के साथ संबंध मजबूत करने के लिए यूक्रेन के विदेश मंत्री दूत के तौर पर दिल्ली आ रहे हैं. यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने भारत यात्रा से पहले होली की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “यहां कीव में, महात्मा गांधी के स्मारक के सामने खड़े होकर, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि इस सप्ताह मैं भारत की अपनी पहली यात्रा करूंगा.” अपने 1.56 मिनट के वीडियो में यूक्रेन के विदेश मंत्री ने महात्मा गांधी के ‘स्वतंत्रता और आजादी’ के आदर्शों के बारे में बात की.
कुलेबा ने कहा, “मोहन दास करमचंद गांधी, ग्रेट महात्मा की तरह ही यूक्रेनवासी आज इसी के लिए लड़ रहे हैं, स्वतंत्रता और आजादी. जब महात्मा ने अपना संघर्ष शुरू किया, तो बहुत कम आशावादी लोग थे जो उन पर विश्वास करते थे, लेकिन महात्मा गांधी डटे रहे और उन्होंने अपना लक्ष्य हासिल किया. ठीक उसी तरह 2 साल से यूक्रेन लड़ रहा है. बहुत कम लोगों को यकीन था कि हमारा यूक्रेन बच पाएगा पर हम दृढ़ता से लड़ते रहे.” कुलेबा ने महात्मा गांधी को पूरी दुनिया के लिए प्रेरणा बताते हुए कहा कि “आज यूक्रेन का समर्थन करने का मतलब स्वतंत्रता और स्वतंत्रता का समर्थन करना और महान महात्मा गांधी की विरासत का समर्थन करना है. भारत और यूक्रेन दोनों देश आपसी लाभ के लिए भविष्य की ‘ठोस’ नींव रख सकते हैं.” (https://x.com/DmytroKuleba/status/1772277546337370452?s=20)
पीएम मोदी और भारत से यूक्रेन को है बहुत उम्मीदें
यूक्रेन हमेशा से चाहता रहा है कि भारत युद्ध को रोकने के लिए कदम उठाए. दिमित्रो कुलेबा की ये यात्रा उनके भारतीय समकक्ष एस जयशंकर के निमंत्रण पर हो रही है. जनवरी 2024 में एस जयशंकर और दिमित्रो में फोन पर बात की थी. भारत यात्रा से पहले यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा है कि भारत और यूक्रेन दो बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की थी.
रूस-यूक्रेन में आतंकी हमले के बाद बढ़ी तल्खी
पीएम मोदी ने जिस दिन यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात की थी, उसी दिन पुतिन से भी बात की थी. रूस और यूक्रेन दोनों ही चाहते हैं कि युद्ध समाप्त हो. बातें सकारात्मक थी. पूरी दुनिया मानती है कि पीएम मोदी की मध्यस्थता से युद्धविराम हो सकता है. पर मॉस्को में हुए नरसंहार और धमाके के बाद रूस और यूक्रेन में तल्खी बढ़ चुकी है. ऐसे में युद्ध विराम की राह आसान नहीं दिख रही (https://x.com/neeraj_rajput/status/1772507201715789864?s=20).
ReplyForwardAdd reaction |
ReplyForwardAdd reaction |
ReplyForwardAdd reaction |
ReplyForwardAdd reaction |
ReplyForwardAdd reaction |
ReplyForwardAdd reaction |