खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू मामले के बावजूद भारत और अमेरिका के सैन्य संबंध मजबूत होते जा रहे हैं. अब अमेरिकी रक्षा सचिव (मंत्री) ऑस्टिन लॉयड ने कहा है कि दोनों देश मिलकर आर्मर्ड व्हीकल्स आनी बख्तरबंद गाड़ियां साथ बना रहे हैं.
सिंगापुर में आयोजित शांगरी-ला डायलॉग में बोलते हुए लॉयड ने कहा है कि “अमेरिका-भारत संबंध साझा दृष्टिकोण एवं मूल्यों पर आधारित है और दोनों देशों के संबंधों की गति में और तेजी आयेगी.” शंगरी ला डायलॉग हर साल सिंगापुर में आयोजित होने वाले एशिया का एक प्रमुख रक्षा सम्मेलन है.
अमेरिकी रक्षा मंत्री ने भारत के साथ संबंधों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा ‘‘फिलहाल भारत के साथ जो हमारा संबंध है, वह पहले जितना ही अच्छा या उससे भी बेहतर है.’’ रक्षा सहयोग पर बात करते हुए ऑस्टिन लॉयड मे कहा कि ‘‘हम भारत में बख्तरबंद वाहनों का सह-उत्पादन कर रहे हैं.” अमेरिकी रक्षामंत्री ने कहा, “अमेरिका-भारत संबंध साझा दृष्टिकोण एवं मूल्यों पर आधारित है. इसलिए मैं मानता हूं कि जो गति मुझे नजर आती है, वह न केवल बनी रहने वाली है बल्कि एक वक्त पर इसमें तेज भी आएगी.”
ऑस्टिन लॉयड ने भारत के साथ संबंधों पर कहा “आप जानते हैं, कई साल पहले हम भारत में लड़ाकू विमानों के जेट इंजन बनाने के लिए मंजूरी हासिल करने के विचार के साथ चले थे. मैं एक ऐसी कंपनी के बोर्ड में था जो लड़ाकू विमानों के लिए जेट इंजन का निर्माण करती है. मुझे पता था कि यह कितना मुश्किल होने वाला है. हमें आशा थी, लेकिन संदेह भी था कि यह पूरा होगा ये नहीं. लेकिन ये पूरा हुआ और हो रहा है.”
दरअसल, अमेरिका की जनरल इलेक्ट्रिक (जीई) कंपनी भारत के लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) प्रोजेक्ट के लिए मेक इन इंडिया के तहत जीई-414 इंजन बनाने के लिए तैयार हो गई है. इसके लिए जीई कंपनी ने भारत के रक्षा उपक्रम, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ एक ज्वाइंट वेंचर भी किया है. हालांकि, एविशन इंजन की तकनीक कोई भी कंपनी किसी दूसरे देश को देने के लिए जल्दी से तैयार नहीं होती है लेकिन भारत और अमेरिका के बीच मजबूत होते सैन्य और सामरिक संबंधों के चलते जीई इसके लिए तैयार हो गई है.
शांगरी ला डायलॉग में ऑस्टिन लॉयड ने कहा, “इंडो-पैसिफिक (यानी हिंद महासागर और प्रशांत महासागर) के साथ साथ दक्षिण एशिया की राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक उन्नति और शांति में भारत एक अहम ताकत है.”