By Akansha Singhal
विदेशी नागरिकों को इमीग्रेशन प्रक्रिया में असुविधा न हो इसके लिए दिल्ली इटंरनेशनल एयरपोर्ट पर बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन कियोस्क लगाए गए हैं. ये कियोस्क विशेष रूप से उन विदेशी नागरिकों के लिए बनाए गए हैं जो ई-वीज़ा के साथ भारत आते हैं, लेकिन (वीज़ा) आवेदन प्रक्रिया के दौरान बायोमेट्रिक जानकारी नहीं दे पाते हैं.
दिल्ली एयरपोर्ट को संचालित करने वाली कंपनी जीएमआर (दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड यानी डीआईएएल) ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि शुक्रवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर अंतर्राष्ट्रीय आगमन पियर पर नवीनतम बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन कियोस्क का शुभारंभ किया गया. यह पहली बार है जब किसी भारतीय हवाई अड्डे पर ऐसे कियोस्क लगाए गए हैं.
दरअसल, हाल के दिनों में इमीग्रेशन प्रक्रिया में देरी से लेकर विदेशी नागरिकों से बदसलूकी जैसे मामले भी सामने आए थे. रुस की एक जानी-मानी विलोगर (वीडियो ब्लॉगर) ने इस बाबत सोशल मीडिया पर अपना वीडियो भी जारी किया था (अरे यार, दिल्ली एयरपोर्ट पर ये क्या हुआ !).
डीआईएएल द्वारा स्थापित इन कियोस्क का संचालन प्रत्यक्ष रूप से ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन (बीओआई) की निगरानी में किया जाएगा. कियोस्क पर बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन करने के बाद, इमिग्रेशन एजेंट या अधिकारी द्वारा काउंटर पर लिए जाने वाला समय में 50 प्रतिशत से कम समय लगेगा.
बायोमेट्रिक कियोस्क से प्रतीक्षा समय में कमी:
अब जो विदेशी यात्री ई-वीज़ा के साथ भारत आते हैं, कियोस्क पर अपना बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन पूरा कर सकते हैं और फिर किसी भी इमिग्रेशन काउंटर पर प्रवेश कर सकते हैं. कियोस्क से इमिग्रेशन प्रक्रिया तेज हो जाएगी, जिससे यात्रियों की तेजी से निकासी होती है.
यात्रियों का अनुभव सुधार
कियोस्क यात्रियों को अधिक सुविधाजनक और समय बचाने वाला अनुभव प्रदान करता है, विशेष रूप से वे जो वीजा आवेदन प्रक्रिया के दौरान बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाए हैं.
वर्तमान स्थिति और भविष्य का विस्तार
दिल्ली हवाई अड्डे के अंतरराष्ट्रीय आगमन पियर पर वर्तमान में पांच कियोस्क कार्यरत हैं, और जल्द ही अन्य पांच कियोस्क भी लगाए जाएंगे. यह विस्तार आगमन यात्रियों की इमिग्रेशन प्रक्रिया को और अधिक तेज करेगा.