एलसीए मार्क-1ए फाइटर जेट की वायुसेना को समय से डिलीवरी और आईएमआरएच हेलीकॉप्टर के लिए फ्रांस के साथ मिलकर एविएशन इंजन का निर्माण, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के नए सीएमडी के लिए बड़ी चुनौती रहने वाली हैं.
शनिवार को सी बी अनंताकृष्णन के रिटायर होने के बाद सरकार ने एचएएल के डायरेक्टर (इंजीनियरिंग, रिसर्च एंड डेवलपमेंट) डॉक्टर डी के सुनील को देश की सबसे बड़ी सरकारी एविएशन कंपनी का चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर (अतिरिक्त प्रभार) यानी सीएमडी नियुक्त किया.
एचएएल में मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर शामिल हुए डॉ. सुनील को 37 साल का लंबा अनुभव है और एक्टिव ईएसए रडार सहित एलसीएच-प्रचंड हेलीकॉप्टर के लिए ऑटोमैटिक फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम बनाने का श्रेय जाता है. नई तकनीक के डिजाइन और प्रोडक्शन से लेकर कस्टमर सपोर्ट तक में डा. सुनील ने एचएएल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
एचएएल ने बयान जारी कर बताया कि, एचटीटी-40 एयरक्राफ्ट प्रोग्राम के लिए मिलिट्री सर्टिफिकेट दिलाने से लेकर स्वदेशी मल्टी रोल हेलीकॉप्टर (आईएमआरएच) और यूटिलिटी हेलीकॉप्टर मेरीटाइम (यूएमएच) जैसे अहम प्रोजेक्ट दिलाने में डॉ. सुनील की अहम भूमिका रही है.
शुक्रवार को ही एचएएल ने फ्रांस की बड़ी एविएशन कंपनी साफरान के साथ आईएमआरएच हेलीकॉप्टर के ‘अरावली’ इंजन बनाने को लेकर करार किया है. मेक इन इंडिया के तहत साफरान और एचएएल ने एक हेवी हेलीकॉप्टर इंजन (13 टन) के निर्माण को लेकर अहम एग्रीमेंट किया है. इसके लिए दोनों कंपनियों ने एक नए ज्वाइंट वेंचर ‘सफहल’ को बनाने का फैसला किया है. (फ्रांस बनाएगा भारत में हेलीकॉप्टर इंजन, नाम दिया ‘अरावली’)
साथ ही एचएएल तय समय अनुसार भारतीय वायुसेना को एलसीए तेजस के मार्क-1ए वर्जन की पहली डिलीवरी नहीं दे पाई है. इस साल मार्च के महीने में वायुसेना को पहला मार्क-1ए फाइटर जेट सौंपा जाना था.
इस एलसीए मार्क-1ए में अमेरिका से मिलने वाला एफ-404 इंजन लगना है. लेकिन अमेरिका से जियोपॉलिटिक्स और सामरिक संबंधों में आए तनाव के चलते इंजन की डिलीवरी में देरी हो गई है.
हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अमेरिका यात्रा के दौरान एविएशन इंजन की डिलीवरी को लेकर सहमति बन गई है और जल्द सप्लाई शुरू हो जाएगी.