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Border2 का ऐलान, उपराष्ट्रपति पहुंचे तनोट मंदिर

By Khushi Vijai Singh

पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान के जैसलमेर के अपने दौरे के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बीएसएफ के जवानों का हौसला बढ़ाया और प्रसिद्ध तनोट राय माता मंदिर में पूजा अर्चना की. उपराष्ट्रपति का दो दिवसीय (13-14 जून) जैसलमेर दौरा ऐसे समय में हुआ है जब गुरुवार को ही फिल्म स्टार सनी देओल ने ऐलान किया था कि 27 साल बाद उनकी सुपर-डुपर हिट फिल्म ‘बॉर्डर’ का सीक्वल जल्द आने वाला है. 

जेपी दत्ता निर्देशित फिल्म ‘बॉर्डर’ (1997) में भारत और पाकिस्तान के बीच 1971 के युद्ध में लड़ी गई ‘बैटल ऑफ लोंगेवाल’ को दर्शाया गया था. फिल्म में प्रसिद्ध तनोट राय माता मंदिर को भी दिखाया गया था जिसपर पाकिस्तानी टैंक के गोले भी बेअसर हो गए थे. बॉर्डर फिल्म के सीक्वल के बारे में लिखते हुए सनी देओल ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि “एक फौजी अपने 27 साल पुराने वादे को पूरा करने आ रहा है फिर से. भारत की सबसे बड़ी युद्ध फिल्म ‘बॉर्डर-2’. इसका निर्माण भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, जेपी दत्ता और निधि दत्ता द्वारा किया जाएगा और इसका निर्देशन अनुराग सिंह करेंगे.” (https://x.com/BSF_India/status/1801297509811372464)

बॉर्डर फिल्म में बॉलीवुड स्टार सुनील शेट्टी ने एक बीएसएफ अधिकारी भैरो सिंह का किरदार निभाकर 71 के युद्ध के दौरान सीमा सुरक्षा बल के अदम्य साहस और वीरता को चरितार्थ किया था. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1604812362208677889)

उपराष्ट्रपति के तनोट पहुंचने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के महानिदेशक नितिन अग्रवाल सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. मंदिर परिसर में विजय स्तंभ पर, उपराष्ट्रपति ने वीरगति को प्राप्त सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इसके बाद बीएसएफ की विशेष गार्ड ने उपराष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इसके बाद उपराष्ट्रपति और बीएसएफ के महानिदेशक सहित अन्य अधिकारियों ने बबलियानवाला, भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकी का दौरा किया. वहां उन्होंने कठिन मौसम में ड्यूटी कर रहे बीएसएफ कर्मियों से मुलाकात की और उन्हें प्रोत्साहित किया. इनदिनों जैसलमेर का तापमान 50 डिग्री तक पहुंच रहा है. हाल ही में बीएसएफ के एक जवान का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वे रेत में पापड़ (रोटी) को सेंकते हुए दिखाई पड़ रहा था.

सीमा चौकी पर तैनात अधिकारियों और जवानों को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि “आज उन्हें सीमा सुरक्षा बल के जवानों से मिलकर गर्व हो रहा है, जिसे देश की पहली रक्षा पंक्ति के रूप में जाना जाता है.” उपराष्ट्रपति ने देश की सीमाओं की रक्षा में उनके साहस और बलिदान की सराहना करते हुए कहा कि उनके “साहस और समर्पण के कारण ही लोग शांति से सो सकते हैं.” (https://x.com/VPIndia/status/1801250912507162662)

सैनिकों का उत्साह बढ़ाते हुए, उपराष्ट्रपति ने कहा”एक ज़माना था जब कील तक बाहर से आती थी. अब हम रक्षा में निर्यात कर रहे हैं! विक्रांत देश में बना, फ्रिगेट देश में बने, तेजस बना, मिसाइलें बनी! यह मुमकिन इसलिए हुआ क्योंकि अमन-चैन आप कायम करते हो. आप शांति के दूत हैं; आपकी वजह से भारत दुनिया में शांति का दूत है! ” 

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